रायबरेली: यूपी सरकार के मंत्री राकेश सचान ने सोमवार को अधिकारियों के फोन न उठाने की शिकायतों का रियलिटी चेक किया. जिसमें अधिकारी फेल हो गए. अधिकारियों ने मंत्री का फोन नहीं उठाया. मंत्री सचान ने इसपर नाराजगी जताई है और इस संबंध में अधिकारियों को पत्र लिखने को कहा है. राकेश सचान रायबरेली के प्रभारी मंत्री हैं.
उन्होंने सोमवार को जिले के सीडीओ और डीएफओ को सीयूजी नंबर पर फोन मिलाया. सीडीओ का नंबर उनके सहयोगी ने उठाया जबकि डीएफओ का फोन नहीं उठा. थोड़ी देर बाद जब डीएफओ का फोन आया तो मंत्री ने कहा कि मेरी रियलिटी चेक में आप फेल हो गए. इस पर मंत्री ने अपनी नाराजगी खुलकर जताई और कहा कि अधिकारी 24 घंटे जनता और सरकार की सेवा के लिए उपलब्ध होने चाहिए.
पूरे जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया
मंत्री सचान ने कहा कि फोन न उठाना अधिकारियों की अपनी जिम्मेदारियों से दूरी को दर्शाता है. उन्होंने सख्त लहजे में चेतावनी दी कि जो अधिकारी लापरवाह हैं और मनमानी कर रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मंत्री के इस अचानक और सार्वजनिक रियलिटी चेक से पूरे जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है. इस घटना ने अधिकारियों के बीच एक संदेश दिया है कि उन्हें अपने कर्तव्यों के प्रति अधिक गंभीर होना होगा.
यह पहली बार नहीं है जब किसी मंत्री ने इस तरह से अधिकारियों की जवाबदेही की जांच की हो, लेकिन इस तरह प्रेस कॉन्फ्रेंस में सबके सामने फोन न उठना निश्चित रूप से अधिकारियों की लापरवाही को उजागर करता है. जनता के बीच भी इस घटना की चर्चा है. लोग मंत्री के इस कदम की सराहना कर रहे हैं और उम्मीद जता रहे हैं कि इससे अधिकारियों की कार्यप्रणाली में सुधार आएगा. अब देखना यह है कि मंत्री की चेतावनी के बाद जिला प्रशासन क्या कदम उठाता है और अधिकारियों का रवैया कितना बदलता है.