Ola के CEO भाविश अग्रवाल की चुनौतियां खत्म होती नहीं दिख रही हैं. जहां एक तरफ Ola Electric को शिकायत और कंज्यूमर्स की असंतुष्टि का सामना करना पड़ रहा है. वहीं दूसरी तरफ भाविश अग्रवाल के AI वेंचर ने लॉन्चिंग के पहले साल में ऑपरेशन्स के जरिए कोई भी कमाई नहीं की है.
हम बात कर रहे हैं कृत्रिम AI की, जिसे कंपनी ने इसी वित्त वर्ष में लॉन्च किया है. AI वेंचर ने ऑपरेशन्स के जरिए इस साल कोई भी कमाई नहीं की है. कंपनी को कुल 2.84 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
कंपनी कर रही फ्यूचर की तैयारी
एक स्टैंडअलोन फाइनेंशियल स्टेटमेंट की मानें, तो वित्त वर्ष 2024 में कंपनी की बैंक डिपॉजिट पर 3.05 करोड़ रुपये की इंटरेस्ट इनकम हुई है. कंपनी ने ये भी साफ किया है कि उन्हें इस नुकसान का अंदाजा था क्योंकि उन्होंने फ्यूचर रेवेन्यू स्ट्रीम्स के लिए जमीन तैयार की है.
कंपनी ने सबसे ज्यादा R&D में निवेश किया है. R&D में Krutrim ने 134.86 करोड़ रुपये खर्च किए हैं. ये पैसे सिलिकॉन, कृत्रिम क्लाउड और अप्लायड AI में खर्च किए हैं. बता दें कि ये प्रोजेक्ट अभी बीटा वर्जन में उपलब्ध है. कंपनी इसे वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में लॉन्च करेगी.
2028 के लिए कंपनी ने रखा है बड़ा टार्गेट
कृत्रिम ने अपने डेटा सेंटर कैपेबिलिटी के विस्तार का भी प्लान तैयार किया है. कंपनी ने तिमाही विस्तार के जरिए साल 2028 तक 1 गीगावॉट तक पहुंचने का टार्गेट रखा है. इस साल फरवरी में कृत्रिम ने तीन चिप्स फैमिलीज के डेवलपमेंट की जानकारी दी थी, जिन्हें AI और कम्प्यूटिंग टास्क के लिए तैयार किया जा रहा है.
कंपनी ने AI के लिए Bodhi, सामान्य कंप्यूटिंग के लिए Sarv और एज प्रॉसेसिंग के लिए Ojas चिप का ऐलान किया है. कृत्रिम ने इस ट्रायल प्रोजेक्ट में 1.5 करोड़ रुपये निवेश किए हैं, जिससे एडवांस कूलिंग मैथड्स को टेस्ट किया जा सके. इससे डेटा सेंटर में इलेक्ट्रिसिटी के इस्तेमाल को कम किया जा सकेगा.
कृत्रिम ने बेंगलुरू और हैदराबाद में डेटा सेंटर ऑपरेशन को लॉन्च किया है, जिससे उसके AI लक्ष्यों को सपोर्ट मिल सके. कंपनी ने भारत के पहले फाउंडेशनल लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) को लॉन्च किया है. इस प्लेटफॉर्म को AI असिस्टेंट के जरिए मोबाइल और वेब प्लेटफॉर्म दोनों पर एक्सेस किया जा सकता है. कंपनी ने फरवरी 2024 में इस सर्विस को लॉन्च किया है.