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2000 करोड़ का मालिक बना ओलंपिक चैंपियन, गोल्ड मेडल जीतते ही बच्चों की तरह फूट-फूटकर रोया

पेरिस में इन दिनों ओलंपिक गेम्स का आयोजन हो रहा है. दुनियाभर से करीब 10 हजार से ज्यादा एथलीट इसमें हिस्सा ले रहे हैं. हर चार साल में आने वाले इन गेम्स के लिए खिलाड़ी पूरा जीवन लगाने को तैयार होते हैं और खूब मेहनत करते हैं. फिर भी सिर्फ कुछ ही खिलाड़ी ऐसे होते हैं जिनका मेडल जीतने का सपना पूरा होता है. कुछ खिलाड़ी सफलता की ऊंचाइयों पर होते हैं और अपनी काबिलियत के दम पर बेशुमार दौलत-शोहरत हासिल कर लेते हैं, फिर भी ओलंपिक चैंपियन बनने का सपना अधूरा रह जाता है. ऐसा ही एक सपना, जो अधूरा होता हुआ दिख रहा था, आखिर पूरा हो गया. वो खिलाड़ी, जिसने अपने खेल में सारी सफलताएं हासिल कर ली और करोड़ों कमा लिए, उसने भी ओलंपिक चैंपियन बनने का सपना पूरा कर ही लिया. ये खिलाड़ी हैं नोवाक जोकोविच.

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खत्म हुआ जोकोविच का लंबा इंतजार

टेनिस इतिहास के सबसे सफल पुरुष खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने वो कमाल भी कर ही लिया, जिससे वो कई सालों से चूक रहे थे. सर्बिया के सुपरस्टार ने पेरिस ओलंपिक 2024 में मेंस सिंगल्स का गोल्ड मेडल जीत लिया. बरसों से अपने देश सर्बिया के लिए ओलंपिक गोल्ड जीतने की कोशिश कर रहे जोकोविच को ये सफलता मिल ही गई. जोकोविच ने फाइनल में स्पेन के कार्लोस अलकराज को सीधे सेटों में 7-6, 7-6 से हराकर अपना पहला गोल्ड मेडल जीत लिया. इसके साथ ही उनके ओलंपिक गोल्ड का इंतजार भी खत्म हो गया और एक खास लिस्ट में उनका नाम शुमार हो गया.

मशहूर ग्रैंड स्लैम फ्रेंच ओपन की क्ले कोर्ट में खेले जा रहे टेनिस मुकाबलों में जोकोविच के सामने 22 साल के युवा स्टार अलकराज की चुनौती थी, जिन्होंने 2 महीने पहले इसी कोर्ट में फ्रेंच ओपन का खिताब जीता था. वहीं पिछले महीने उन्होंने विंबलडन के फाइनल में जोकोविच को हराया था. ऐसे में एक बार फिर जोकोविच की तुलना में स्पेन के स्टार को ही जीत का दावेदार माना जा रहा था लेकिन 37 साल के जोकोविच ने ऐसा नहीं होने दिया. दोनों के बीच एक-एक पॉइंट के लिए कड़ी टक्कर हुई और इसी के चलते पहला सेट ही 94 मिनट यानी डेढ़ घंटा चला.

फूट-फूटकर रोए जोकोविच

दूसरे सेट में भी ऐसी ही कड़ी टक्कर हुई और 1 घंटे तक ये सेट भी चला. आखिरकार दोनों सेट का फैसला टाई ब्रेकर से हुआ और ढाई घंटे के थका देने वाले मुकाबले में जोकोविच ने ये फाइनल अपने नाम किया. जैसे ही जोकोविच ने आखिरी विनर लगाकर मैच जीता, वो कोर्ट पर ही गिर पड़े और छोटे बच्चों की तरह जोर-जोर से रोने लगे. उनके हाथ भी कांप रहे थे लेकिन ये सब खुशी और सुकून के आंसू थे.

करीब 2010 करोड़ की दौलत के मालिक जोकोविच ने प्रोफेशनल करियर में सबसे ज्यादा 24 ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं. उन्होंने हर ग्रैंड स्लैम को 2 से ज्यादा बार जीता है. फिर भी ओलंपिक गोल्ड उनसे बच रहा था. इससे पहले जोकोविच रियो ओलंपिक 2016 और टोक्यो 2020 के फाइनल में भी नहीं पहुंच सके थे. ये उनका पहला ही फाइनल था और पहले ही फाइनल में उन्होंने कमाल कर दिखाया. इसके साथ ही टेनिस इतिहास में वो सिर्फ पांचवें ऐसे खिलाड़ी बन गए, जिसने ‘करियर गोल्डन स्लैम’ पूरा किया यानी करियर में चारों ग्रैंड स्लैम और ओलंपिक गोल्ड जीता. उनसे पहले सिंगल्स में स्टेफी ग्राफ, आंद्रे अगासी, राफेल नडाल और सेरेना विलियम्स ने ही ये कमाल किया था.

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