राखी पर एक साथ उठी 3 दोस्तों की अर्थी, सागर में नदी में डूबे 4 युवकों की मौत,18 घंटे चले रेस्क्यू के बाद निकले शव

रक्षाबंधन के मौके पर सागर के खुशीपुरा गांव की खुशियां उस वक्त मातम में बदल गईं जब यहां एक साथ तीन दोस्तों की अर्थी उठी अंतिम यात्रा में हर कोई गमगीन दिखा नरयावली मुक्तिधाम में तीनों का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं एक मृतक रिछावर का रहने वाला था, उसका भी अंतिम संस्कार कर दिया गया.

गौरतलब है कि 5 दोस्त राखी के एक दिन पहले यानी कल शुक्रवार को सागर जिले के सानौधा स्थित बेबस नदी में नहाने गए थे यहां पांच युवकों में से चार की डूबने से मौत हो गई. चारों दोस्त एक-दूसरे को बचाने के प्रयास में खुद भी पानी में समा गए.

हादसा शुक्रवार शाम करीब 5 बजे हुआ था। जिसके बाद सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस और प्रशासन की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. अंधेरा होने पर रात में रेस्क्यू रोक दिया गया वहीं आज शनिवार सुबह से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया, दिन भर चले ऑपरेशन में दोपहर करीब 3 बजे तक चारों शव बरामद कर लिए गए.

प्रत्यक्षदर्शी अभिषेक अहिरवार ने पुलिस को बताया कि वह अपने चार दोस्तों सनी, राज, सुमित और निखिल के साथ नदी में नहा रहा था इसी दौरान अचानक एक युवक गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा.

उसे बचाने के लिए दूसरा कूदा, फिर तीसरा और फिर चौथा भी, लेकिन किसी को तैरना नहीं आता था देखते ही देखते चारों डूब गए अभिषेक ने शोर मचाकर आसपास मौजूद ग्रामीणों को बुलाया, लेकिन जब तक लोग पहुंचे, तब तक चारों पानी में समा चुके थे.

रिछावर निवासी 22 वर्षीय निखिल अहिरवार अपनी पांच बहनों का इकलौता भाई था रक्षाबंधन के अवसर पर बहनें राखी बांधने की तैयारी में जुटी थीं, लेकिन भाई के डूबने की सूचना मिलते ही खुशियां मातम में बदल गईं.

” सभी चार शवों की पहचान”

सुमित (22 वर्ष) पिता फूल चंद्र अहिरवार निवासी खुशीपुरा थाना मोतीनगर,राज़ पिता साहब सिंह अहिरवार,निखिल पिता महेंद्र अहिरवार निवासी रिछावर,शनि पिता रमेश अहिरवार, पुलिस ने शवों का पंचनामा कार्यवाही उपरांत पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंपे इसके बाद एक ही गांव में एक साथ तीन दोस्तों की अर्थियां आज रक्षाबंधन पर्व के दिन उठी, यह देखकर लोगों का कलेजा कांप उठा पूरे गांव में मातम पसर गया, लोगों की आंखें नम हो गईं और परिजनों में कोहराम मच गया.

इस दर्दनाक घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है गांव में मातम पसरा हुआ है.

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