रक्षाबंधन पर बहनों को निजी वाहनों से जाना होगा राखी बांधने, नहीं मिलेंगी सिटी बसें

भोपाल। इस बार रक्षाबंधन के मौके पर बहनों को सिटी बसों में मुफ्त सफर की सुविधा नहीं मिल पाएगी। हर साल रक्षाबंधन के पर्व पर नगर निगम की ओर से महिलाओं को शहर में फ्री बस सेवा दी जाती थी, लेकिन इस बार सिटी बसों का संचालन लगभग ठप होने के कारण यह सुविधा संभव नहीं दिख रही। फिलहाल शहर में सिर्फ छह रूट पर 20 बसें ही संचालित हो रही हैं, जबकि पहले 24 रूट पर कुल 368 बसें दौड़ती थीं।

पत्र भेजकर अनुमति मांगी जाएगी

चूंकि वर्तमान में छह रूट पर बसें चलाई जा रही हैं और वो भी एक-एक घंटे के अंतराल पर ही मिल रही हैं। ऐसे में महिलाओं को रक्षाबंधन के दिन अपने भाइयों को राखी बांधने के लिए आटो, टैक्सी या अन्य निजी साधनों पर निर्भर रहना पड़ेगा। ज्ञात हो कि रक्षाबंधन पर हर साल महापौर महिलाओं के लिए सिटी बसों में फ्री यात्रा की घोषणा करती थीं। इसके लिए बीसीएलएल की ओर से महापौर को प्रस्ताव भेजा जाता है। इस बार भी अधिकारी कह रहे हैं कि वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र भेजकर अनुमति मांगी जाएगी, लेकिन अब तक कोई औपचारिक आदेश जारी नहीं हुआ है।

डिपो में खड़ी हैं 149 बसें, मामला अदालत में लंबित

बाग सेवनिया डिपो में बीसीएलएल की 149 बसें सवा साल से खड़ी हैं। ये बसें आपरेटर मां एसोसिएट्स की हैं। अधिकारियों के अनुसार, इन बसों का संचालन टिकट कलेक्शन करने वाली चलो ऐप के हटने से रुका था। हालांकि अब ऐप ने बकाया जमा कर दिया है, फिर भी आपरेटर बीते समय का भुगतान मांगा रहा है और बसें चलाने से इंकार कर रहा है। मामला कोर्ट में लंबित है, जिससे फिलहाल संचालन शुरू होने की कोई संभावना नहीं दिख रही।

कम हुए रूट, बढ़ी असुविधा

फिलहाल जो 6 रूट चालू हैं, उनमें एसआर-2 नीलबढ़, एसआर-4 करोंद से बैरागढ़ चीचली, एसआर-5 चिरायु से अवधपुरी, टीआर-4बी गांधी नगर से वर्धमान, रूट 413 नीलबढ़ से कोकता और टीआर-4 चिरायु से रानी कमलापति स्टेशन शामिल हैं। इतने सीमित रूट पर भारी भीड़ के बीच सफर करना संभव नहीं होगा

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