अयोध्या: महाकुंभ के माघ पूर्णिमा स्नान का प्रभाव राम नगरी अयोध्या में भी देखने को मिल रहा है. सोमवार को भारी संख्या में श्रद्धालु रामलला के दर्शन करने पहुंचे, जिससे पूरा शहर भक्तिमय हो गया.हर तरफ श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आ रही है, और अनुमान है कि प्रतिदिन करीब 4 लाख लोग दर्शन कर रहे हैं.
रामलला के दर्शनों के लिए उमड़ा भक्तों का रेला
महाकुंभ में स्नान के लिए जा रहे और वहां से लौट रहे श्रद्धालु बड़ी संख्या में अयोध्या पहुंच रहे हैं.राम मंदिर के चारों ओर तिल रखने तक की जगह नहीं बची है। रामपथ, भक्ति पथ सहित मंदिर तक जाने वाले सभी रास्तों पर भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है.
प्रशासन के लिए भीड़ संभालना बना चुनौती
अयोध्या में बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने कई इंतजाम किए हैं, लेकिन इसके बावजूद यातायात व्यवस्था प्रभावित हो गई है.बाहरी इलाकों में वाहनों को रोक दिया गया है, जिससे श्रद्धालुओं को कई किलोमीटर पैदल चलकर मंदिर तक पहुंचना पड़ रहा है. मंदिर में दर्शन के लिए घंटों लंबी लाइनें लगी हुई हैं.
खाने-पीने की चीजों की मांग बढ़ी, आपूर्ति प्रभावित
अयोध्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण भोजन और अन्य आवश्यक वस्तुओं की मांग बढ़ गई है.लेकिन ट्रैफिक जाम और भीड़भाड़ की वजह से खाद्य पदार्थों की आपूर्ति में बाधा आ रही है। व्यवसायियों के पास स्टॉक खत्म होने की स्थिति बनने लगी है, जिससे स्थानीय बाजारों में परेशानी देखी जा रही है.
बुजुर्गों और बच्चों को हो रही परेशानी
भीड़ के कारण बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे सबसे अधिक परेशान हो रहे हैं.घंटों तक लाइनों में खड़े रहने और लंबी दूरी पैदल तय करने के कारण श्रद्धालुओं को थकावट महसूस हो रही है.प्रशासन की ओर से व्यवस्था को सुचारू करने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन भीड़ के आगे सभी व्यवस्थाएं छोटी साबित हो रही हैं.
श्रद्धालुओं की आस्था बनी प्रमुख केंद्र
अयोध्या में इस समय ऐतिहासिक धार्मिक माहौल देखने को मिल रहा है। भक्तों की आस्था और श्रद्धा ने रामनगरी को पूरी तरह भक्तिमय कर दिया है.प्रशासन लगातार व्यवस्था सुधारने में जुटा हुआ है ताकि भक्तों को दर्शन में किसी प्रकार की असुविधा न हो.