उदयपुर: जिले के ऋषभदेव थाने में सोमवार शाम पूछताछ के दौरान डूंगरपुर निवासी 52 वर्षीय सर्राफा व्यवसायी सुरेशमल पंचाल की संदिग्ध मौत हो गई. इस घटना से क्षेत्र में भारी आक्रोश फैल गया. परिजनों ने पुलिस पर थाने में टॉर्चर कर हत्या का गंभीर आरोप लगाया है, जबकि पुलिस ने कहा कि पूछताछ के दौरान तबीयत बिगड़ने पर सुरेशमल को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
जानकारी के अनुसार मृतक को एक पुराने चोरी के केस में पूछताछ के लिए बुलाया गया था. गुजरात की सिकलीगर गैंग के गिरफ्तार आरोपियों ने खुलासा किया था कि एक साल पहले ऋषभदेव क्षेत्र में की गई चोरी का माल सुरेशमल को बेचा गया था. इसी आधार पर उन्हें सोमवार शाम 4 बजे थाने बुलाया गया था.
सुरेश मल कि तबियत बिगड़ने पर शाम करीब 7 बजे पुलिस उन्हें अस्पताल लेकर पहुंची, जहां डॉक्टरों ने मौत की पुष्टि की. मौत की खबर फैलते ही सैकड़ों की संख्या में परिजन और समाजजन अस्पताल और थाने पर जमा हो गए और मामले मे संलिप्त पुलिसकर्मियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी व विरोध प्रदर्शन किया तथा कार्रवाई कि मांग कि.
मामला बढ़ता देख उदयपुर एडीशनल एसपी (मुख्यालय) गोपाल स्वरूप मेवाड़ा ने बयान जारी कर बताया कि चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है और मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज की भी जांच कर रही है. मृतक के बेटे और अन्य परिजनों ने इसे सीधा पुलिस टॉर्चर का मामला बताया है और कहा कि यह “पूरी तरह हत्या है”, लिहाजा दोषी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज हो और उन्हें तत्काल गिरफ्तार किया जाए.
घटना के बाद पुलिस की कार्यशैली एक बार फिर सवालों के घेरे में है. समाज के प्रबुद्धजनों और जनप्रतिनिधियों ने भी इस प्रकरण में उच्चस्तरीय जांच और जवाबदेही तय करने की मांग की है. फिलहाल, क्षेत्र में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है, और पुलिस-प्रशासन लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहा है. लेकिन यह मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है और पुलिस की छवि को करारा झटका लगा है.