Vayam Bharat

एक सलाह और प्रेग्नेंसी के 9 महीने तक महिला ने किसी को छुआ तक नहीं… हैरान कर देगी वजह

मध्य प्रदेश के दमोह से अंधविश्वास के चरम को पार करता हुआ हैरान करने वाला मामला सामने आया है. बेटे की चाह ने एक कपल को ओझा के पास पहुंचा दिया. ओझा ने अंधवास की पराकाष्ठा को पार करते हुए आदिवासी पति-पत्नी को मंत्र दिया कि अगर वो बेटा चाहते हैं तो उन्हें दुनिया से दूरी बनानी होगी. ये दूरी कुछ इस तरह की होगी, जिसमें वो किसी को भी टच नहीं करेंगे. महिला ने ओझा की बात को सच माना और उसने किसी को भी छूना बंद कर दिया.

Advertisement

महिला ने ओझा की बात को इस हद तक फॉलो किया कि प्रेग्नेंसी की हालत में तबीयत खराब होने पर डॉक्टर के पास भी इलाज के लिए नहीं गई. नतीजन महिला की हालत खराब हो गई और उसका हीमोग्लोबिन 4 ग्राम से नीचे पहुंच गया. आनन फानन हालत में महिला को अस्पताल ले जाया गया. किसी तरह महिला को खून चढ़ाकर डाक्टरों ने उसकी नाजुक हालत में डिलिवरी की.

6 बार की प्रेग्नेंसी के बाद भी बनी रही बेटे की चाह

आदिवासी कृपाल की पत्नी कमलेशरानी की ये पहली दूसरी नहीं बल्की 7 वीं प्रेग्नेंसी थी. उनकी पहले से 6 बेटियां हैं. बेटे की चाह में थक हारकर महिला ने ओझा की शरण ली और खुद की जान भी जोखिम में डाल दी.

नहीं जा रही थी अस्पताल

महिला को जब अस्पताल ले जाने की तैयारी की गई तो उसने साफ-साफ मना कर दिया. उनसे कहा कि उसे किसी तरह की स्वास्थ्य सुविधा नहीं चाहिए क्योंकि वो बाबा के बताए गए बंदेज में है.

क्यों नहीं छू रही किसी को?

दोनों ही पति-पत्नी से सवाल पूछा गया कि आखिर ऐसा क्या हो गया जो किसी को नहीं छू रहे? तो दोनों का एक ही जवाब था कि बाबा ने बंदेज में रहने को कहा है इसलिए किसी को नहीं छू सकते हैं.

सीवियर एनीमिया से है ग्रसित

डॉक्टरों के मुताबिक महिला सीवियर एनीमिया से ग्रसित है. हाई रिस्क पर ब्लड चढ़ाकर उसकी डिलीवरी की गई है. महिला की उम्र 38 साल की है, इसलिए ये रिस्क और ज्यादा है

Advertisements