तेज रफ्तार अमरावती एक्सप्रेस से टूटी डेढ़ किमी लंबी ओएचई तार, बैतूल-इटारसी सेक्शन पर ट्रेनें हुईं जाम

बैतूल : बैतूल-इटारसी सेक्शन पर काला आखर रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार-शनिवार रात रेल यातायात ठप्प हो गया. दरअसल, रात 2 बजे तेज रफ्तार से गुजर रही अमरावती एक्सप्रेस की वजह से डाउन ट्रेक का ओएचई केबल करीब डेढ़ किलोमीटर तक टूट गया. इसके चलते अमरावती एक्सप्रेस वहीं ठहर गई और घोड़ाडोंगरी, बैतूल व नागपुर की ओर जाने वाली ट्रेनों को इटारसी सहित पीछे के अन्य स्टेशनों पर रोकना पड़ा. रेलवे ने बताया कि इंजन को पावर सप्लाई देने वाली ओएचई केबल टूटने से दिल्ली-चेन्नई रेलमार्ग पूरी तरह से ठप्प हो गया.

घटनास्थल पर पहुंचीं रेलवे की टीमें

बैतूल सेक्शन के रेलवे यातायात निरीक्षक आरके गुप्ता ने बताया, ” डाउन ट्रैक पर ओएचई केबल टूटने की सूचना मिलते ही घोड़ाडोंगरी और डोढरामोहर से रेलवे की टीमें मौके पर पहुंचीं. टीआरडी विभाग की टीमों ने पाया कि जबलपुर-अमरावती सुपरफास्ट ट्रेन के गुजरने के दौरान ओएचई केबल टूटी है, जिसके बाद सुधार कार्य शुरू कर दिया गया है. ओएचई केबल टूटने से डाउन ट्रैक पर आवागमन प्रभावित हो गया. इंजन में भी तकनीकी खराबी भी पाई गई.”

कई ट्रेनें 3 से 12 घंटे तक हईं लेट

ओएचई केबल में अस्थाई सुधार कर 2 घंटे से खड़ी अमरावती एक्सप्रेस को अप लाइन से बैतूल की ओर रवाना किया गया. वहीं पीछे की ओर खड़ी कई ट्रेनें 3 से 12 घंटे तक लेट हो गईं. इसमें गोरखपुर कोचुवेली राप्तीसागर एक्सप्रेस करीब 6 घंटे, हजरत निजामुद्दीन रायगढ़ गोंडवाना एक्सप्रेस 5 घंटे, अमृतसर कोरबा छत्तीसगढ़ पतालकोट एक्सप्रेस 8 घंटे, दानापुर सिकंदराबाद एक्सप्रेस 3 घंटे और जीटी एक्सप्रेस 3 घंटे से ज्यादा लेट हो गईं.

डाउन ट्रैक पर OHE का सुधार कार्य जारी, अप लाइन से संचालन

बैतूल सेक्शन के रेलवे यातायात निरीक्षक आरके गुप्ता ने बताया, ” देर रात ओएचई केबल में डेढ़ किलोमीटर तक की तार टूट गई. इसका सुधार कार्य देर रात से जारी है. शनिवार सुबह भी सुधार कार्य जारी होने की वजह से डाउन लाइन की ट्रेनों को फिलहाल अप लाइन से पास किया जा रहा है. जल्द ही डाउन ट्रैक पर सुधार कार्य पूरा कर लिया जाएगा.”

क्या होती है OHE केबल?

ओवरहेड इक्विपमेंट (OHE) केबल, जिसे आम बोलचाल में ओवरहेड केबल भी बोला जाता है, रेल रूट पर ट्रेन के इंजन को पावर देने का काम करती है. ये बेहद मजबूत केबल होती है, जिसमें हाई वोल्टेज करंट प्रवाहित होता रहता है. इलेक्ट्रिक इंजन इसी ओएचई केबल से बिजली लेकर चालू रहता है और ट्रेन को खींचता है. ओएचई केबल में खराबी आने से ट्रेन भी ठहर जाती है.

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