राजस्थान में अलवर जिले की रामगढ़ पुलिस ने एक बड़े ऑनलाइन सट्टा गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह लोग ऑनलाइन लूडो व अन्य गेम खिलवाते थे और उसकी आड़ में लोगों से ठगी करते थे. शुरुआती जांच पड़ताल में पुलिस को उनके पास से 15 करोड़ का हिसाब किताब मिला है. यह राशि और भी कई गुना हो सकती है. पुलिस अभी मामले की जांच में जुटी है.
डीएसपी सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि रामगढ़ के पिपरौली गांव में करोड़ों रुपये के ऑनलाइन सट्टे की सूचना मिली थी. इस पर पुलिस ने वसीम पुत्र नवाब, शाकिर पुत्र मजीद, खालिद पुत्र खुर्शीद और राजेश पुत्र बनवारी को गिरफ्तार किया. पुलिस पूछताछ में पता चला कि आरोपी सट्टा और लूडो गेम के नाम पर लोगों से ऑनलाइन पैसे जमा करवाते थे. वे राशि को यूपीआई के जरिए विभिन्न बैंक खातों में जमा करवाते थे. फिर इसे जीएसटी वाले खातों में ट्रांसफर कर वैध बनाते थे.
गिरोह ने दो फर्म बना रखी थीं. खातों की लिमिट पूरी होने पर वे दूसरी फर्मों के जीएसटी खातों का इस्तेमाल करते थे. वेबसाइट पर खेलने के लिए आधार कार्ड और मोबाइल नंबर से रजिस्ट्रेशन जरूरी था. रेफरल से जुड़े व्यक्ति की जीत पर रेफर करने वाले को 2 प्रतिशत का कमीशन मिलता था. फर्जी वेबसाइट होने के कारण बड़ी राशि जीतने वालों को भुगतान नहीं किया जाता था.
पुलिस ने आरोपियों के पास से एक ब्रेजा व शिफ्ट कार बरामद की है. इसके अलावा 5 एंड्रॉयड मोबाइल, दो स्कैनर, पांच पैन कार्ड, दो स्वाइप मशीन, दो बैंक पासबुक, 18 एटीएम कार्ड, 6 चेक बुक और 71 हजार रुपए नकद जब्त किए हैं. पुलिस ने बताया कि इस पूरी प्रकिया में एडमिन की जानकारी नहीं मिलने और खुद भी अवैध गतिविधि में शामिल होने के कारण पीड़ित पुलिस में शिकायत नहीं कर पाते थे. पूछताछ में कई बड़े खुलासे हुए हैं. पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच पड़ताल में इन लोगों के पास 15 करोड़ से ज्यादा का हिसाब किताब मिला है. यह राशि कई गुना अधिक हो सकती है. पुलिस लगातार जांच में जुटी है.