मध्य प्रदेश परिवहन विभाग के पूर्व सिपाही सौरभ शर्मा के भोपाल स्थित घर पर लोकायुक्त के जारी छापे में लगातार बड़े खुलासे हो रहे हैं. छापे में अब तक पूर्व आरटीओ कांस्टेबल के घर और दफ्तर से 2 करोड़ 85 लाख कैश मिला है. इसके अलावा 50 लाख कीमत के सोने, चांदी और डायमंड के जेवरात मिले हैं.
लोकायुक्त डीएसपी रविंद्र सिंह के मुताबिक, पूर्व सिपाही सौरभ शर्मा के घर से 60 किलो की चांदी की सिल्लियां मिली हैं. सौरभ के घर पर लोकयुक्त को 4 एसयूवी भी मिली हैं, जिनमें एक डिस्कवरी जैसी लक्ज़री कार भी शामिल है.
लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक, सौरभ के घर और दफ्तर से करोड़ों की संपत्तियों के दस्तावेज़ भी मिले हैं. फिलहाल जिनकी जांच जारी है.
सबसे ज्यादा हैरानी की बात यह है कि लोकायुक्त को घर से नोट गिनने की मशीनें भी मिली हैं. लोकायुक्त को संदेह है कि सौरभ शर्मा किसी हवाला नेटवर्क का भी साझेदार है, इसलिए उसके अन्य शहरों और देशों में लिंक को भी खंगाला जा रहा है.
प्रदेश की राजधानी भोपाल में लोकायुक्त ने आरटीओ के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा के अरेरा कॉलोनी स्थित घर और दफ्तर में गुरुवार को छापा मारा था. छापे की कार्रवाई अभी भी जारी है. इस कार्रवाई के दौरान लोकायुक्त की टीम को सौरभ घर पर नहीं मिला.
लोकायुक्त को शिकायत मिली थी कि सौरभ शर्मा ने आरटीओ कांस्टेबल रहते हुए आय से अधिक कमाई की और कई सम्पत्तियां बनाईं. जिनकी कीमत आज करोड़ों में है. सौरभ ने करीब डेढ़ साल पहले ही आरटीओ कांस्टेबल के पद से वीआरएस ले लिया था और उसके बाद बिल्डर बन गया था.
लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक, सौरभ शर्मा को आरटीओ में नौकरी पिता की मौत के बाद साल 2015 में अनुकंपा पर मिली थी, जहां उसने करीब 7 साल नौकरी की थी. इसके बाद सौरभ ने नौकरी से वीआरएस ले लिया और कंस्ट्रक्शन के काम में उतर गया.