मेघालय पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) ‘ऑपरेशन हनीमून’ के तहत राजा रघुवंशी हत्याकांड की मुख्य आरोपी सोनम को अगले कुछ दिनों में उसके गृहनगर इंदौर ला सकती है. पुलिस का दावा है कि यहीं पर इस जघन्य हत्याकांड की साजिश रची गई थी. राजा की हत्या के लिए उनकी पत्नी सोनम, प्रेमी राज कुशवाह सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. सभी आरोपियों से शिलांग में पूछताछ की जा रही है.
मध्य प्रदेश पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि ‘ऑपरेशन हनीमून’ के तहत अगले कुछ दिनों में सोनम को मेघालय पुलिस की हिरासत में इंदौर लाया जा सकता है. उन्होंने कहा, “हमें जानकारी मिली है कि सोनम (राजा की हत्या के बाद) मेघालय से इंदौर आई थी. 25 से 27 मई के बीच शहर के देवास नाका इलाके में किराए के फ्लैट में रुकी थी. इस बात की संभावना है कि मेघालय पुलिस उसको लेकर इंदौर लाने वाली है.”
इंदौर के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेश दंडोतिया ने कहा, “यदि मेघालय पुलिस राजा रघुवंशी हत्याकांड के बाद सोनम के इंदौर आकर फ्लैट में रहने और राज कुशवाह से मिलने की पुष्टि मांगती है, तो हम इसमें उनकी मदद करेंगे.” उन्होंने कहा कि राजा रघुवंशी हत्याकांड के पांच आरोपियों को ठोस सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया गया है, जो घटना में उनकी सीधी संलिप्तता की ओर इशारा करते हैं.
11 मई 2025 को इंदौर में राजा और सोनम की शादी धूमधाम से हुई थी. शादी के महज 12 दिन बाद 23 मई को यह नवविवाहित जोड़ा हनीमून के लिए मेघालय के खूबसूरत पर्यटन स्थल चेरापूंजी (सोहरा) पहुंचा. लेकिन यह यात्रा एक खौफनाक साजिश में बदल गई. मेघालय पुलिस के मुताबिक, सोनम ने अपने कथित प्रेमी राज कुशवाह के साथ मिलकर राजा की हत्या की साजिश रची थी.
इस साजिश में तीन अन्य आरोपियों आकाश राजपूत (19), विशाल सिंह चौहान (22) और आनंद कुर्मी ने भी अहम भूमिका निभाई. 2 जून को राजा का शव चेरापूंजी के मावकडोक इलाके में एक झरने के पास गहरी खाई में मिला, जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ा. इस हत्याकांड के बाद सोनम को शुरू में लापता बताया गया था. लेकिन जांच आगे बढ़ने पर चौंकाने वाला खुलासा हुआ. सोनम हत्या के बाद मेघालय से फरार हो गई.
वो चेरापूंजी से करीब 1200 किलोमीटर दूर उत्तर प्रदेश के गाजीपुर पहुंची. उसने मावकडोक से एक स्थानीय टैक्सी लेकर गुवाहाटी पहुंची, जहां से वह ट्रेन बदलते हुए इंदौर आई थी. इंदौर पुलिस के मुताबिक, सोनम 25 से 27 मई के बीच इंदौर के देवास नाका इलाके में एक किराए के फ्लैट में रुकी थी. इसके बाद वह गाजीपुर पहुंची, जहां उसने आकाश, विशाल और आनंद की गिरफ्तारी के बाद रविवार रात को सरेंडर कर दिया.
पुलिस जांच में पता चला कि राज कुशवाह ने जांच को गुमराह करने की कोशिश की थी. वो मेघालय नहीं गया और वारदात के दौरान इंदौर में ही अपनी रोजमर्रा की जिंदगी जी रहा था. उसने किराए के हत्यारों के जरिए इस साजिश को अंजाम दिया. पूर्वी खासी हिल्स जिले के पुलिस अधीक्षक विवेक सिम ने बताया कि सोनम और उसके तीनों साथी गुवाहाटी स्टेशन तक एक पर्यटक टैक्सी से गए थे.
वहां से वे इंदौर के लिए ट्रेन में सवार हुए. मेघालय पुलिस ने इस केस की जांच का नाम ‘ऑपरेशन हनीमून’ रखा है. पुलिस अब उन सभी जगहों की तलाशी लेना चाहती है, जहां सोनम ने हत्या के बाद शरण ली थी. सोनम को इंदौर लाने का मकसद न केवल सबूतों की पुष्टि करना है, बल्कि यह भी पता लगाना है कि इस साजिश के पीछे और कौन-कौन लोग शामिल हो सकते हैं.