केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि ऑपरेशन सिंदूर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति, खुफिया एजेंसियों की सटीक जानकारी जुटाने की दक्षता, और भारतीय सशस्त्र बलों की बेजोड़ हमलावर क्षमता का प्रतीक है.
शाह ने यह टिप्पणी दिल्ली में एक उन्नत बहु-एजेंसी खुफिया केंद्र (Advanced Multi-Agency Centre) के उद्घाटन के अवसर पर की. यह केंद्र विभिन्न सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों के बीच समय पर सूचनाओं के आदान-प्रदान को बेहतर बनाने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है.
गृह मंत्री ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर प्रधानमंत्री मोदी की दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति, हमारी एजेंसियों की सटीक खुफिया जानकारी और हमारे तीनों सशस्त्र बलों की असाधारण क्षमता का अनूठा प्रतीक है. “
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गौरतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने 7 मई को पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए थे. यह कार्रवाई 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में की गई थी.
भारत और पाकिस्तान ने 10 मई को सैन्य कार्रवाई को स्थगित करने पर सहमति जताई थी। हालांकि भारत ने स्पष्ट किया कि यह केवल एक अस्थायी रोक है, और आगे की कार्रवाई पाकिस्तान के व्यवहार पर निर्भर करेगी.
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प्रधानमंत्री मोदी ने भी ऑपरेशन सिंदूर को आतंकवाद के खिलाफ भारत की नई नीति और न्याय के लिए अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया था. उन्होंने अपने 22 मिनट के संबोधन में कहा था, “यह अब नया सामान्य है. हमने केवल पाकिस्तान के खिलाफ अपने अभियान को स्थगित रखा है, भविष्य की दिशा उनके व्यवहार पर निर्भर करेगी.”
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए यह भी कहा था कि भारत परमाणु ब्लैकमेल के सामने नहीं झुकेगा और दुनिया को स्पष्ट संदेश दिया कि, “आतंक और व्यापार, आतंक और वार्ता—एक साथ नहीं चल सकते.”