आज मार्केट में तमाम फूड डिलीवरी एप हैं जो मिनटों में लोगों को घरों पर मनचाहे रेस्टोरेंट से खाना पहुंचा देते हैं. लेकिन खाने और हाइजीन से लेकर पैकिंग तक में गड़बड़ी के मामले आने पर कंपनी को आलोचनाओं की सामना करना पड़ता है. हाल में ऐसा ही कुछ हुआ जब एक शख्स ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए जोमैटो के प्रति नाराजगी जाहिर की.
कुमार आर्यन नाम के एक शख्स ने लिंक्डइन पर एक पोस्ट में दावा किया कि जोमैटो से मंगाए खाने में उन्हें धारदार चीज मिली जो जानलेवा हो सकती थी. साथ ही जोमैटो से शिकायत करने पर उनके कस्टमर केयर ने ढंग से जवाब नहीं दिया. उन्होंने खाने में धारदार चीज की तस्वीर और कस्टमर केयर के चैट का पूरा स्क्रीनशॉट शेयर किया.
उन्होंने यह भी कहा कि कस्टमर केयर से संपर्क करने के बाद, उन्होंने उनकी शिकायत का समाधान नहीं किया और बातचीत के दौरान एक ही बात ‘कॉपी-पेस्ट’ करते रहे. उन्होंने आगे डिलीवरी कंपनी पर गुस्सा जाहिर करते हुए कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि आप लोग अपने मार्केटिंग बजट का कुछ हिस्सा अपनी टीमों को यह समझाने में लगाएंगे कि इंसान कैसे बनें। कई बार पूछने पर भी वे कॉल पर बात करने को तैयार नहीं.’
ग्राहक ने ज़ोमैटो की सेवा, विशेषकर अपनी शिकायत से निपटने में निराशा जाहिर की. उन्होंने अफगानी चाप और कुछ रुमाली रोटियों का ऑर्डर दिया था, लेकिन चाप में कोई नुकीली चीज निकली. उन्होंने कहा कि इस घटना ने ग्राहक सुरक्षा के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता में उनके भरोसे को हिला दिया है। मैंने ऑर्डर के पूरे रीफंड की मांग की लेकिन आप लोग कुछ ही पैसे देने को तैयार हुए. ये भी ठीक था लेकिन मुझे कस्टमर केयर की इतनी खराब बातचीत बिलकुल पसंद नहीं आई.वे कॉल पर बात करने को तैयार ही नहीं हुआ.’
मेरे ख्याल से एआई के समय में लोगों का इंसान बनना मुश्किल हो गया है. कुमार आर्यन के पोस्ट पर लोगों को ढेरों कमेंट आए और लोग अपने इसी तरह के अनुभव शेयर करने लगे. कई लोगों ने जोमैटो को गैरजिम्मेदार बताया तो एक ने कहा- मेरे पास तो ऑर्डर ही किसी और का आ गया था. कुछ लोगों ने जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल को इसमें टैग कर दिया.