‘हमारा फोकस हर घर जल पर, कुछ लोगों का ध्यान सिर्फ जकूजी-शॉवर पर’, नाम लिए बगैर PM मोदी का केजरीवाल पर निशाना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब दे रहे हैं. अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा, “मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि देश के लोगों ने मुझे 14वीं बार राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देने का अवसर दिया है. इसलिए मैं लोगों का आदरपूर्वक आभार व्यक्त करता हूं.”

Advertisement

अरविंद केजरीवाल का नाम लिए बगैर उन पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘आजकल मीडिया में ज्यादा ही चर्चा हो रही है, सोशल मीडिया में और अधिक हो रही है, कुछ नेताओं का फोकस घरों में जकूजी पर, स्टाइलिश शॉवर पर, लेकिन हमारा फोकस तो हर घर जल पहुंचाने पर है. आजादी के 75 साल के बाद देश में सत्तर-75 फीसदी करीब-करीब 16 करोड़ से भी अधिक लोगों के पास नल का कनेक्शन नहीं था, हमारी सरकार ने पांच साल में 12 करोड़ परिवारों को घरों में नल से जल देने का काम किया. हमने गरीबों के लिए इतना काम किया जिसके कारण राष्ट्रपति जी ने अपने अभिभाषण में इसका विस्तार से वर्णन किया है. जो लोग गरीबों की झोपड़ियों में फोटो सेशन कराकर अपना मनोरंजन करते रहते हैं. उन्हें संसद में गरीबों की बात बोरिंग ही लगेगी. मैं उनका गुस्सा समझ सकता हूं.’

हमने झूठे नारे नहीं दिए- पीएम

इस दौरान अपनी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘हमने गरीब को झूठे नारे नहीं दिए, हमने सच्चा विकास किया. गरीब का दुख, सामान्य मानवीय की तकलीफ, मिडिल क्लास के सपने, ऐसे ही नहीं समझे जाते हैं. सभापति जी इसके लिए जज्बा चाहिए.मुझे दुख के साथ कहना है कि कुछ लोगों में ये है ही नहीं. बारिश के दिनों में कच्ची छत उसकी प्लास्टिक की चादर वाली छत, उसके नीचे जीवन गुजारना कितना मुश्किल होता है. पल-पल सपने रौंद दिए जाते हैं. ये हर कोई नहीं समझ सकता है. अब तक गरीबों को चार करोड़ घर मिले हैं. जिसने उस जिंदगी को जीया है उसे पता होता है कि पक्की छत मिलने वाला घर क्या होता है. एक महिला जब खुले में शौच जाने को मजबूर होती है, वो या सूर्योदय के पहले या सूर्यास्त के बाद अपना छोटा सा नित्यकर्म करने को निकल सकती है, उसके क्या तकलीफ होती है ऐसे लोग समझ नहीं सकते हैं. हमने 12 करोड़ से ज्यादा शौचालय बनाकर बहनों-बेटियों की मुश्किलें दूर की.’

राजीव गांधी के भाषण का किया जिक्र

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम लिए बगैर पीएम मोदी ने कहा, ‘समस्या की पहचान करना एक है, समस्या की पहचान करके छूट नहीं सकते हैं बल्कि उसका समाधान करना होगा. हमारा प्रयास समस्या के समाधान पर है और हम समर्पित भाव से प्रयास करते हैं. हमारे देश में एक प्रधानमंत्री हुआ करते थे, उनको मिस्टर क्लीन कहने का फैशन हो गया था. उन्होंने एक समस्या को पहचाना, उन्होंने कहा था कि दिल्ली से 1 रुपया निकलता है तो गांव में 15 पैसा पहुंचता है. उस समय तो पंचायत से लेकर संसद तक एक ही दल का राज था. उस समय उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा था कि 1 रुपया निकलता था तो 15 पैसे पहुंचता है, बहुत गजब की हाथ सफाई थी. 15 पैसा किसके पास जाता था ये देश का सामान्य नागरिक भी आसानी से समझ सकता है. हमने समाधान खोजने का प्रयास किया. हमारा मॉडल है बचत भी विकास भी, जनता का पैसा जनता के लिए, हमने जनधन, मोबाइल, जैम ट्रिनेटी बनाई, डीबीटी से डायरेक्ट बैनिफिट ट्रांसफर देना शुरू किया.’

इससे पहले सोमवार को राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि मोदी सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल इसे पुनर्जीवित करने में विफल रही है. महाकुंभ से लेकर चीन और जाति जनगणना पर राजनीति हुई है लेकिन इस चर्चा में महाकुंभ की भगदड़ का मुद्दा विपक्ष की ओर से जोर शोर से उठाया जा रहा है.

Advertisements