रायपुर रेलवे स्टेशन में आउटलेट, छत्तीसगढ़ के उत्पादों को मिलेगा नया मंच

रायपुर रेल मंडल ने यात्रियों की सुविधा और छत्तीसगढ़ के लोकल उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए बड़ा कदम उठाया है। रायपुर और दुर्ग रेलवे स्टेशन के साथ ही अमृत भारत स्टेशन और अन्य 20 रेलवे स्टेशनों पर आउटलेट खोलने की योजना बनाई गई है। इस योजना के तहत प्रमुख स्टेशनों में सिंगल प्रीमियम ब्रांड के आउटलेट होंगे, जबकि छोटे स्टेशनों में स्थानीय उत्पाद और स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए हर्बल प्रोडक्ट रखे जाएंगे।

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रेलवे अधिकारियों के अनुसार, रायपुर और दुर्ग स्टेशनों पर रोजाना करीब 70 हजार लोग यात्रा करते हैं। वेटिंग समय के दौरान यात्रियों की जरूरतों को पूरा करने और शॉपिंग की सुविधा देने के लिए यह कदम उठाया गया है। वरिष्ठ डीसीएम अवधेश कुमार त्रिवेदी ने बताया कि एयरपोर्ट की तरह ट्रेवल एसेसरीज, किड्स जोन और स्पोर्ट्स एसेसरीज के आउटलेट भी प्रमुख स्टेशनों पर उपलब्ध होंगे।

छत्तीसगढ़ के लोकल उत्पाद जैसे कोसा सिल्क, बेल मेटल प्रोडक्ट, हर्बल प्रोडक्ट और फॉरेस्ट प्रोड्यूस को इस मंच के जरिए प्रमोट किया जाएगा। खास बात यह है कि भारतीय सेना भी छत्तीसगढ़ के फॉरेस्ट प्रोड्यूस का उपयोग कर रही है, जिससे स्थानीय उत्पादों की मांग बढ़ेगी।

पहले चरण में 20 स्टेशनों पर आउटलेट शुरू किए जाएंगे। इनमें दुर्ग, रायपुर, तिल्दा, भाटापारा, भिलाई और पावर हाउस जैसे बड़े स्टेशन शामिल हैं। अन्य छोटे स्टेशनों में स्थानीय उत्पादों और महिला स्व सहायता समूह के उत्पादों को प्राथमिकता दी जाएगी। रेलवे का उद्देश्य सिर्फ व्यापार बढ़ाना नहीं बल्कि स्थानीय उद्योग और महिला उद्यमिता को भी प्रोत्साहित करना है।

रेलवे मंडल का कहना है कि इस पहल से यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी और छत्तीसगढ़ के स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलने का अवसर मिलेगा। स्टेशनों पर आउटलेट खोलने का काम धीरे-धीरे पूरे मंडल में लागू किया जाएगा।

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