दमोह : जिले के हिंडोरिया-बांदकपुर मार्ग पर एक बड़ा सड़क हादसा हुआ, जहां ओवरलोड भूसा से भरे दो वाहन आपस में टकरा गए. टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि एक वाहन खेत में पलट गया, जबकि दूसरा सड़क पर गिर गया. इस हादसे में कुछ मजदूरों को मामूली चोटें आईं, लेकिन गनीमत रही कि कोई गंभीर हताहत नहीं हुआ.
कैसे हुआ हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रैक्टर-ट्रॉली और पिकअप वाहन ओवरटेक करने के प्रयास में एक-दूसरे से टकरा गए. दोनों वाहन भूसे से लदे हुए थे और जरूरत से ज्यादा भरे होने के कारण हादसे के बाद पूरी तरह बेकाबू हो गए.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
बड़ी दुर्घटना टली, वरना हो सकती थी तबाही
घटनास्थल से करीब 50 मीटर दूर एक आबादी क्षेत्र स्थित है यदि यह हादसा थोड़ा आगे होता, तो ट्रैक्टर-ट्रॉली और पिकअप घरों से टकरा सकते थे, जिससे जान-माल का भारी नुकसान हो सकता था. ग्रामीणों का कहना है कि ओवरलोडिंग पर प्रशासन सख्त कार्रवाई नहीं कर रहा, जिसके कारण ऐसे हादसे बार-बार हो रहे हैं.
कलेक्टर की पाबंदी के बावजूद ओवरलोडिंग जारी
दमोह जिले में भूसे के दूसरे जिलों में परिवहन पर कलेक्टर द्वारा रोक लगाई गई है. इसके बावजूद, नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए ओवरलोड वाहन सड़कों पर बेधड़क दौड़ रहे हैं. नतीजा यह है कि यह गाड़ियां खुद के लिए तो खतरा बन ही रही हैं, साथ ही आम जनता के लिए भी मुसीबत पैदा कर रही हैं.
पुलिस प्रशासन पर सवाल, कार्रवाई क्यों नहीं?
यह हादसा हिंडोरिया, जबेरा और नोहटा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस प्रशासन इस तरह के मामलों पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं करता, जिससे ओवरलोड वाहन बेखौफ सड़कों पर चलते हैं और आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं.