गाजा में नरसंहार को रुकवाए भारत की हुकूमत, ओवैसी की मोदी सरकार से अपील

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मोदी सरकार से अपील की है कि वह गाजा में चल रहे नरसंहार को रुकवाए और वहां के भूखे लोगों को भोजन मुहैया कराने में मदद करे. हैदराबाद में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि दुनिया ये समझ रही है कि बेसहारा समझकर इन पर जुल्म करते जाएंगे मगर हम देख रहे हैं कि दुनिया के कोने-कोने में हुकूमतें जालिम का साथ दे रही हैं, मगर वहां की आवाम उन मजलूमों फिलिस्तीनियों के लिए हाथें उठाकर दुआ भी कर रही हैं, उनके हक के लिए प्रार्थना भी कर रही हैं.

Advertisement

ओवैसी ने कहा कि हम हमारी हुकूमत से भी अपील करते हैं कि भारत की हुकूमत जो हमेशा से फिलिस्तीनियों का साथ देती आई है, आज ऐसे मौके पर हमारी हुकूमत की जिम्मेदारी है की गाजा में नरसंहार को रुकवाए और वहां खाने को पहुंचाए, जो लोग भूख में अपना जीवन बिता रहे हैं.

ओवैसी ने गाजा हिंसा को नरसंहार बताया

दरअसल, यह पहली बार नहीं जब ओवैसी ने गाजा के मुद्दे पर अपनी बात रखी है. इससे पहले भी उन्होंने कई मर्तबा इस मसले पर बयान दे चुके हैं. AIMIM चीफ ने गाजा में हो रही हिंसा को नरसंहार बताया है. साथ ही उन्होंने भारत सरकार से इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने की अपील भी की है. ओवैसी ने फिलिस्तीन के साथ एकजुटता दिखाने की बात कही. ओवैसी ने अपने कई बयानों में इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की आलोचना की है. नेतन्याहू को उन्होंने ‘युद्ध अपराधी’ तक कह दिया था.

गाजा में 2023 से जारी है हिंसा

गाजा में इजराइल की सैन्य कार्रवाई 2023 से लगातार जारी है. इजराइल ने गाजा में हवाई हमले फिर से तेज कर दिए हैं. पिछले महीने गाजा के 28 अस्पतालों पर हमले हुए. एक ही दिन में 70 से अधिक लोग मारे गए, जिनमें बच्चे शामिल थे. गाजा की 80 फीसदी आबादी विस्थापित हो चुकी है और बुनियादी ढांचा मलबे में तब्दील हो चुका है. संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि गाजा में मानवीय सहायता की कमी के कारण 14,000 बच्चे भुखमरी से मर सकते हैं. इजरायल का दावा है कि उसकी कार्रवाई आत्मरक्षा और हमास को खत्म करने के लिए है.

Advertisements