इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर में गुरुवार को उज्बेकिस्तान से छह सदस्यीय वैज्ञानिक दल पहुंचा। ये दल स्टूडेंट-टीचर एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत भारत आया है। दरअसल, न्यू एजुकेशन पॉलिसी में इस तरह के एजुकेशन एक्सचेंज प्रोग्राम को प्राथमिकता दी गई। देश की सभी विश्वविद्यालयों को विदेशी एजेंसी से MoU भी साइन करना है।
ताकि हमारे स्टूडेंट्स-टीचर्स को बाहरी देशों और वहां के टीचर्स-स्टूडेंट को हमारे यहां का एक्सपोजर और एक्सपीरियंस मिल सके। कुलपति डॉ गिरिश चंदेल ने बताया कि 17 अप्रैल 2025 को डेनाऊ इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरप्रेन्योरशिप एंड पेडागॉजी और IGKV के बीच समझौता हुआ था। जिसके बाद अब उनका ग्रुप विश्वविद्यालय और यहां चल रहे कामों को एक्सप्लोर करने पहुंचा है।
अलग-अलग तरह के क्रॉप्स को एक्सप्लोर करता हुआ डेलिगेशन।
दल को लीड कर रहे डेनाऊ इंस्टीट्यूट के कुलपति प्रो. ओयबेक रोजिव ने बताया कि छत्तीसगढ़ में धान की अलग-अलग किस्म, प्रोडक्शन का उन्नत तरीका और रफ्तार यानी इन्क्यूबेशन सेंटर के जरिए स्टार्टअप को जिस तरह से प्रमोट किया जा रहा, ऐसा उनकी कंट्री में नहीं है। बायोटेक्नोलॉजी पर इंडिया बेहतरीन काम कर रहा है। कृषि के लिहाज से इन मामलों में वो प्राइमरी लेवल पर हैं।
वहीं IGKV के कुलपति चंदेल ने बताया कि मेडिसिनल एरोमैटिक क्रॉप्स, फ्रूट क्रॉप्स इसके अलावा कई ऐसे हैं अन्न जिनकी कई तरह की वैराइटी इनके पास है। हमारी कोशिश है कि इन चीजों को हम अपने यहां ला सकें।
IGKV में इन्क्यूबेशन सेंटर्स के जरिए 352 स्टार्टअप हुए ऑनबोर्ड
IGKV के रफ्तार इन्क्यूबेशन सेंटर्स के CEO हुलास पाठक ने बताया कि 352 स्टार्टअप को अब तक ऑनबोर्ड किया गया है। ये सारे स्टार्टअप किसानी से संबंधित समस्याओं को लेकर शुरू किए गए हैं। उज्बेक से पहुंचे डेलिगेशन ने इन्क्यूबेशन सेंटर को एक्सप्लोर किया।
ब्रेन स्टॉर्मिंग सेशन भी हुआ इस मौके पर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल की अध्यक्षता में ब्रेन स्टॉर्मिंग सेशन भी हुआ। इसमें दोनों संस्थानों के वरिष्ठ अधिकारी, वैज्ञानिक और प्राध्यापक रहेंगे शामिल। इस दौरान कृषि, पर्यावरण, जल संरक्षण और विज्ञान के अन्य क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा हुई।
MoU का ये होगा फायदा
समझौते के तहत छात्रों को स्नातक, स्नातकोत्तर और शोध पाठ्यक्रमों में परस्पर संस्थानों में पढ़ाई का अवसर मिलेगा।
प्राध्यापक और वैज्ञानिक आपसी सहयोग से अनुसंधान और शिक्षण कार्य कर सकेंगे।
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय और डेनाऊ इंस्टीट्यूट मिलकर भविष्य की योजनाएं तैयार करेंगे। इसके अगले चरण में रायपुर विश्वविद्यालय के अधिकारी और वैज्ञानिक उज्बेकिस्तान का दौरा करेंगे।
इन पर साथ मिलकर करेंगे रिसर्च
सब्जियां
तिलहन और रेशेदार फसलें
मत्स्य पालन
फॉरेस्ट्री
कृषि रसायन एवं पौध संरक्षण
खाद्य प्र
संस्करण
कृषि व्यवसाय और उद्यमिता