सरगुजा: सरगुजा जिले के दरिमा क्षेत्र में बिचौलिए धान के अवैध कारोबार में सक्रिय हो गए हैं, जिससे सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है. बिचौलिए राइस मिलों और दुकानों से धान खरीदकर रात के अंधेरे में पिकअप, ट्रक और अन्य वाहनों के माध्यम से इसे उपार्जन केंद्रों तक पहुंचा रहे हैं. इन बिचौलियों द्वारा भोले-भाले किसानों के नाम पर धान बेचा जा रहा है और सरकार को भारी आर्थिक क्षति हो रही है.
ऐसा ही एक मामला लखनपुर क्षेत्र में सामने आया है, जहां बिचौलिए रातोंरात दारिमा क्षेत्र के राइस मिलों और दुकानों से धान खरीदकर पिकअप, ट्रक और अन्य वाहनों में लाकर लखनपुर क्षेत्र के विभिन्न गांवों जैसे अमदला, तुरना, तुनगुरि, बैलखरिखा, मलगवा, चांदो, शोयदा और कुसु में ले जा रहे हैं. ये बिचौलिए किसानों के नाम पर धान उपार्जन केंद्रों में बेचकर मोटी कमाई कर रहे हैं, जिससे छत्तीसगढ़ सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है.
सूत्रों के मुताबिक, बिचौलिए रात के अंधेरे में अवैध रूप से धान का परिवहन करते हैं और इसे किसानों के घरों में गिरा देते हैं. सुबह होते ही बिचौलिए धान उपार्जन केंद्रों में इसे खपाने का काम करते हैं. इससे पहले भी प्रशासनिक टीम ने अमल भित्ति और पुहपुटरा उपार्जन केंद्रों पर जांच की थी, जहां लाखों रुपए का धान गायब पाया गया था.
खाद्य निरीक्षक एल.पी. वर्मा ने बताया कि यदि बिचौलिए पकड़े जाते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. प्रशासन को इस धान अफरा-तफरी पर अंकुश लगाने के लिए कड़ी जांच और कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि इस घोटाले को रोका जा सके और सरकार को होने वाले नुकसान को कम किया जा सके.