पहलगाम हमला: CRPF जवान मोतीराम की गद्दारी पर एक और खुलासा, कोलकाता की दुकान से भेजे गए थे पैसे

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पिछले हफ्ते पाकिस्तान के लिए कथित रूप से जासूसी करने के आरोप में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक जवान को गिरफ्तार किया था. आरोपी मोती राम जाट की जासूसी गतिविधियों में लागातार शामिल होने को लेकर लगातार खुलासे भी हो रहे हैं. अब खबर आ रही है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने आतंकवाद के लिए कोलकाता को अपने वित्तीय लेन-देन केंद्र के रूप में बना रखा है.

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एनआईए को जांच के दौरान यह पता चला है कि कोलकाता देश के सबसे बड़े शहरों में से एक है, जहां पैसे का लेन-देन अधिक आसान और सुगम तरीके से हो सकता है, जो स्लीपर सेल के गुर्गों की मदद भी करता है. सीआरपीएफ के सहायक उपनिरीक्षक (ASI) मोती राम जाट और पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों के बीच वित्तीय संबंधों की जांच कर रही एनआईए ने शहर में उन कुछ जगहों की पहचान भी की है, जहां से कथित तौर पर उसके खाते में वित्तीय लेन-देन किए गए थे.

पहलगाम हमले से पहले भी हुआ लेन-देन
केंद्रीय एजेंसी को यह संदेह भी है कि जासूसी के लिए पाकिस्तान से धन भेजा गया था. मोती राम को कुछ दिन पहले जासूसी के आरोप में दिल्ली में गिरफ्तार किया गया था. एनआईए के अधिकारियों ने शनिवार को मोमिनपुर में एक दुकान पर रेड डाली. एक अधिकारी ने बताया कि दुकान से मोती राम को कथित तौर पर कई लेन-देन किए गए थे, जिसमें पहलगाम आतंकी हमले से ठीक पहले भी एक लेन-देन शामिल है.

एजेंसी ने कल सोमवार को दुकान के मालिक को तलब किया. 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में एक आतंकी हमले में आतंकवादियों ने 26 लोगों की हत्या कर दी थी. हालांकि जांच एजेंसियां ​​अभी तक इस आतंकी हमले में शामिल किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं कर सकी है.

लेन-देन के स्रोत का पता लगा रही एजेंसी
एक अधिकारी ने दावा करते हुए कहा कि ASI मोती राम राष्ट्रीय महत्व की अहम जानकारी साझा करने में शामिल हो सकता है, और इसकी वजह से आतंकवादियों को आतंकी हमले करने के लिए प्लान बनाने में मदद मिली हो. जांच से जुड़े सूत्रों ने कहा कि एनआईए के अधिकारियों ने मोमिनपुर की दुकान से सीसीटीवी के कई फुटेज हासिल किए हैं. दुकान में आने-जाने वालों की जांच के लिए फुटेज की पड़ताल का जा रही है.

जांच एजेंसी के एक अधिकारी ने कहा, “गिरफ्तार सीआरपीएफ के एएसआई मोती राम के खाते में उस दुकान से कई संदिग्ध लेन-देन किए गए हैं. 25 मार्च को 22,000 रुपये का लेन-देन किया गया. फिर 13,500, 15,000 और 5,000 रुपये के कुछ छोटे लेन-देन भी किए गए. हम इन पैसों के स्रोत का पता लगाने की कोशिश में लगे हैं.”

मोहम्मद वकील और मोती राम में कई लेन-देन
केंद्रीय जांच एजेंसी ने तोपसिया के एक होटल के कर्मचारी मोहम्मद वकील से भी इस मामले में पूछताछ की है. एक अधिकारी ने कहा कि मूल रूप से एंटाली का रहने वाला मोहम्मद वकील पहले सेना में ही था. सूत्रों ने बताया कि वकील और जाट के बीच उनके ई-वॉलेट के जरिए कई लेन-देन का पता चला है.

एक अधिकारी का कहना है, “ऐसा लगता है कि मोती राम के पाकिस्तानी हैंडलर किसी बड़े लेन-देन की वजह से संदेह के दायरे में आने से बचने के लिए कई अलग-अलग स्रोतों से छोटी-छोटी रकम भेजी जा रही थी.” केंद्रीय एजेंसी ने शनिवार को कोलकाता में करीब 15 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया, जहां पकड़े गए एएसआई मोती राम के साथ कथित संबंध पाए गए थे.

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