उत्तर प्रदेश: लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर शुक्रवार तड़के एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया. अमेठी पुलिस की टीम एक युवती की बरामदगी के बाद लौट रही थी, तभी बांगरमऊ टोल प्लाजा के पास उनकी कार सवारी बस में पीछे से टकरा गई. हादसे में कार चला रहे दारोगा मंजीत सिंह की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि हेड कांस्टेबल समेत पांच लोग घायल हो गए. सभी घायलों को बांगरमऊ सीएचसी से जिला अस्पताल रेफर किया गया है.
लखनऊ के गाजीपुर थाना क्षेत्र स्थित सर्वोदय नगर (एच-31) निवासी 31 वर्षीय मंजीत सिंह पुत्र राम विलास वर्मा, 2015 बैच के उपनिरीक्षक थे. वर्तमान में वह सदर कोतवाली अमेठी में तैनात थे. गुरुवार को वह एक युवती की बरामदगी के लिए हेड कांस्टेबल प्रदीप तिवारी, पीड़िता और उसके परिजनों के साथ लखनऊ क्षेत्र में दबिश देने गए थे. बरामदगी के बाद टीम निजी कार से अमेठी लौट रही थी.
कार में मंजीत सिंह के साथ पीड़िता और पवन (35) पुत्र दौलतराम निवासी विशराजगंज, संतोष निवासी हरिपुर लोहरामऊ और शीतला (23) निवासी विशराजगंज, सभी अमेठी के रहने वाले थे.
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार सुबह लगभग 5 बजे बांगरमऊ टोल प्लाजा के पास चलती कार चालक को झपकी आने से अनियंत्रित हो गई और सड़क किनारे सवारियां उतार रही स्लीपर बस में पीछे से जा घुसी. टक्कर इतनी भीषण थी कि कार का आगे का हिस्सा पूरी तरह पिचक गया और दारोगा मंजीत सिंह उसमें बुरी तरह फंस गए.
सूचना मिलते ही यूपीडा रेस्क्यू टीम और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची. लगभग दो घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद क्रेन की मदद से कार को काटकर मंजीत सिंह के शव को बाहर निकाला गया. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. हादसे की सूचना मृतक दारोगा के परिजनों को दे दी गई है.