पहलगाम हमले से जुड़ा PAK आर्मी चीफ मुनीर का नाम? कश्मीर पर दावे और भड़काऊ बयान आए सामने..

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले से पूरा देश सन्न है और हर कोई आतंकियों को करारा जवाब देने की मांग कर रहा है. आतंकियों ने पहलगाम की बैसरन घाटी घूमने आए पर्यटकों को उनका नाम और मजहब पूछकर निशाना बनाया है. यही नहीं, आतंकी एके-45 के साथ बॉडीकैम से लैस थे, ताकि दहशत के इस मंजर को रिकॉर्ड किया जा सके. हमले में अब तक 28 लोग मारे जा चुके हैं और पूरे इलाके में दहशतगर्दों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.

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हिन्दुओं को बताया था अलग

यह हमला पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर के उस बयान के कुछ दिन बात हुआ, जिसमें उन्होंने कश्मीर को इस्लामाबाद के ‘गले की नस’ बताया था. हमले के बाद ये सवाल लगातार उठ रहे हैं कि असीम मुनीर के बयान ने आतंकियों को हिन्दुओं के खिलाफ भड़काने का काम किया. क्योंकि मुनीर ने बंटवारे का जिक्र करते हुए हिन्दुओं को मुस्लिमों से अलग बताया था और कहा कि हम साथ नहीं रह सकते. ऐसा माना जा रहा है कि पाकिस्तानी जनरल के इसी बयान ने आतंकी गुटों को हिंसा फैलाने के लिए प्रेरित किया, खासकर तब जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत की चार दिवसीय यात्रा पर हैं.

असीम मुनीर की भारत विरोधी बयानबाजी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की मौजूदगी में विदेश में रह रहे पाकिस्तानियों की एक बैठक के दौरान सामने आई थी. भारत और हिंदुओं के खिलाफ जहर उगलते हुए मुनीर ने जम्मू-कश्मीर पर पाकिस्तान के दावे को दोहराया और टू-नेशन थ्योरी का बचाव किया जिसके कारण 1947 में भारत का बंटवारा हुआ और पाकिस्तान बना था.

‘कश्मीर हमारी गर्दन की नस’

पाकिस्तानी आर्मी चीफ मुनीर ने भीड़ से कहा, ‘हमारा रुख एकदम साफ है, यह हमारी गर्दन की नस थी, यह हमारी गर्दन की नस रहेगी. हम इसे नहीं भूलेंगे. हम अपने कश्मीरी भाइयों को उनके संघर्ष में नहीं छोड़ेंगे.’ उन्होंने यह भी कहा कि हिंदुओं और मुसलमानों के बीच बहुत अंतर है और पाकिस्तान के मुसलमान हर तरह से हिंदुओं से अलग हैं.उन्होंने कहा, ‘हमारे पूर्वजों ने सोचा कि हम जीवन के हर मुमकिन पहलू में हिंदुओं से अलग हैं, हमारा धर्म अलग है, हमारे रीति-रिवाज अलग हैं, हमारी परंपराएं अलग हैं, हमारे विचार अलग हैं, हमारी महत्वाकांक्षाएं अलग हैं.’

मुनीर ने आगे कहा कि यहीं से टू-नेशन थ्योरी की बुनियाद रखी गई थी और हम एक नहीं दो राष्ट्र हैं. उन्होंने पाकिस्तानियों से अपील करते हुए कहा कि वे आने वाली नस्लों को पाकिस्तान की कहानी भूलने न दें.

भारत ने दिया था माकूल जवाब

भारत ने इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पाकिस्तान के साथ एकमात्र संबंध उस देश की ओर से अवैध रूप से कब्जाए गए क्षेत्रों को खाली करना है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘कोई विदेशी चीज कैसे हमारे गले में अटक सकती है? यह भारत का एक केंद्र शासित प्रदेश है.’
मुनीर का बयान, पाकिस्तान की आर्थिक और राजनीतिक स्थिति की भयावह स्थिति से ध्यान हटाने की एक कोशिश थी, जिसे तब युद्ध की पुकार और देश में अशांति के बीच डर को शांत करने की हताशा के तौर पर देखा गया था, जिसके बारे में कई लोगों का कहना है कि इससे बाल्कनिस्तान की स्थिति पैदा हो सकती है. पाकिस्तान में यह भावना भी बढ़ रही है कि सेना और सत्ताधारी शक्तियों ने लोगों को निराश किया है.

जानकारी का यह भी मानना है कि मुनीर का बयान भारत विरोधी आतंकवादियों को फिर से संगठित होने की अपील था, विशेष रूप से वक्फ संशोधन विधेयक के पारित होने के बाद पाकिस्तान लगातार भारत के खिलाफ जहर उगल रहा है. एक्सपर्ट का कहना है कि मुनीर का यह बयान इस बात का संकेत है कि कश्मीर में आतंकवादी हमले जारी रहेंगे.

हमले का पाकिस्तानी कनेक्शन

पहलगाम हमले में दो पाकिस्तानी आतंकियों समेत चार टेररिस्ट के शामिल होने की बात सामने आई है. सुरक्षा एजेंसियों ने तीन आतंकियों के स्केच भी जारी कर दिए हैं और सर्च ऑपरेशन चलाकर उनकी तलाश की जा रही है. हमला करने वाले दो आतंकी पश्तो भाषा में बात कर रहे थे, जिससे साफ होता है कि वे पाकिस्तानी नागरिक हैं. दो स्थानीय आतंकियों की पहचान भी हुई है. इनके नाम आदिल अहमद और आशिफ शेख बताए गए हैं.

सूत्रों के मुताबिक आदिल लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़ा हुआ है और जम्मू-कश्मीर के गुरी, बिजबेहड़ा का रहने वाला है. जबकि आशिफ शेख का कनेक्शन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से है और वो त्राल का निवासी है. हमले के वक्त एक से दो आतंकियों ने बॉडी कैमरा पहन रखा था और उन्होंने पूरे हमले को रिकॉर्ड किया है.

 

 

 

 

 

 

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