पाकिस्तान एक बार फिर आतंक पर पर्दा डालने की कोशिश में अपने पुराने राग ‘कश्मीर’ का सहारा ले रहा है. अजरबैजान में आयोजित इकोनॉमिक कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (ECO) समिट में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने आरोप लगाते हुए कहा कि भारत पहलगाम हमले को बहाना बनाकर बिना उकसावे के शत्रुता दिखा रहा है और क्षेत्रीय शांति को अस्थिर कर रहा है.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद से बौखलाए शहबाज शरीफ ने कहा, “जम्मू और कश्मीर में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद पाकिस्तान के प्रति भारत की अकारण और लापरवाह शत्रुता क्षेत्रीय शांति को अस्थिर करने का एक और प्रयास था.”
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरण घाटी में हुए भीषण आतंकी हमले में 25 पर्यटकों और एक स्थानीय नागरिक की मौत हो गई थी. इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान-आधारित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के मोर्चे द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी.
हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देते हुए ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान की सीमा के भीतर 9 आतंकी शिविरों को तबाह कर दिया. पाकिस्तान की ओर से इसके जवाब में ड्रोन हमलों की शुरुआत हुई, लेकिन भारतीय सेना ने पूरी सख्ती से जवाब दिया. भारी नुकसान झेलने के बाद 10 मई को पाकिस्तान को संघर्षविराम की अपील करनी पड़ी.
वहीं भारत की तरफ से सिंधु जल संधि भी सस्पेंड कर दी गई. इसके बाद से लगातार तमाम अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान इसका विरोध कर चुका है. उसकी बौखलाहट बार-बार सामने आ रही है.
शरीफ की बौखलाहट में कश्मीर और गाजा का जिक्र
ECO समिट में बोलते हुए शरीफ ने एक ओर जहां भारत पर आरोप लगाए, वहीं गाजा और ईरान में हो रहे हमलों की भी आलोचना की. उन्होंने इजरायल के ईरान पर हमलों को ‘आक्रामक कार्रवाई’ बताया और कश्मीर को लेकर एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर रट लगाने की कोशिश की. उन्होंने कहा, “पाकिस्तान दुनिया में कहीं भी, चाहे वह गाजा, कश्मीर या ईरान हो, निर्दोष लोगों के खिलाफ बर्बर कृत्य करने वालों के खिलाफ दृढ़ता से खड़ा है.”