पाकिस्तान ने फिर लांघी लक्ष्मण रेखा, भारत ने 24 घंटे में दूसरी बार तोड़ी कमर

पहलगाम में आतंकी हमले के बाद आतंकी ठिकानों पर भारत की स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान बौखला गया है और बुधवार की रात को भारत के 15 शहरों पर मिसाइल और ड्रोन से हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने उन हमलों को पूरी तरह से नाकाम कर दिया है. उसके बाद फिर गुरुवार की शाम को पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर और पंजाब में मिसाइल और ड्रोन से हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारत उसे नाकाम कर दिया. पिछले 24 घंटे में भारत ने दूसरी बार पाकिस्तान के नापाक इरादों को फेल कर दिया है.

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पाकिस्तान हमले को नाकाम करने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीडीएस जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी और एयर चीफ मार्शल एपी सिंह से बात की और उसके बाद पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा एक्शन लेने का निर्णय किया गया. सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान के हमले के बाद भारत ने लाहौर पर जवाबी कार्रवाई की.

भारतीय सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि जम्मू और कश्मीर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा के निकट जम्मू, पठानकोट और उधमपुर के सैन्य स्टेशनों को पाकिस्तान द्वारा मिसाइलों और ड्रोन का उपयोग करके निशाना बनाया गया. कोई नुकसान नहीं हुआ. भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा गतिज और गैर-गतिज साधनों के साथ SoP के अनुसार खतरे को बेअसर कर दिया गया.

इससे पहले विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि तनाव कम करने का विकल्प पाकिस्तान के पास है, क्योंकि उसने पहलगाम आतंकी हमले से स्थिति को और बिगाड़ा और भारत ने केवल ऑपरेशन सिंदूर के जरिए इसका जवाब दिया और यदि पाकिस्तान और भी तनाव बढ़ाने की कोशिश करेगा तो इसके लिए वह ही जिम्मेदार होगा.

मीडिया ब्रीफिंग में विदेश सचिव की यह टिप्पणी दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच आई. विदेश सचिव ने साफ कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव 22 अप्रैल को पहलगाम हमले से शुरू हुआ, जिसमें 26 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर पर्यटक मारे गये.उन्होंने कहा कि हमारा दृष्टिकोण स्थिति को और बिगाड़ना नहीं है, हमने केवल 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले का जवाब दिया.

पाकिस्तान ने स्थिति को बिगाड़ी, भारत ने केवल दिया जवाब

तनाव को कम करने के संबंध में पूछे जाने पर विदेश सचिव ने साफ कहा कि पाकिस्तान ने स्थिति को और बिगाड़ा, हमने केवल इसका जवाब दिया. विकल्प पाकिस्तान के पास है.

उन्होंने कहा कि यूएनएससी की बैठक में पाकिस्तान ने आतंकी समूह द रेजिस्टेंस फोर्स (टीआरएफ) की भूमिका का उल्लेख करने का विरोध किया, जबकि उसने पहले ही पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ले ली थी.

विदेश सचिव ने यह भी कहा कि पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई नागरिकों को प्रभावित कर रही है, उन्होंने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी का जिक्र किया.

विदेश सचिव ने पाकिस्तान के इस आरोप को पूरी तरह से खारिज कर दिया कि भारत ने नागरिकों पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि भारत ने केवल आतंकी ठिकानों को ही निशाना बनाया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ में सिख समुदाय के गुरुवारे पर हमला बोला. इस हमले में तीन लोगों की जान गई है.

आतंकवाद का केंद्र बना है पाकिस्तान

मिसरी ने विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी के साथ कहा कि वैश्विक आतंकवाद के केंद्र के रूप में पाकिस्तान की प्रतिष्ठा दुनिया भर में है और विभिन्न आतंकवादी हमलों में पाकिस्तान का हाथ रहा है.

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान दशकों से भारत के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है. इसके पहले भी विश्व में हुए कई आतंकी हमलों में पाकिस्तान के हाथ मिलने के सबूत मिले हैं. उन्होंने कहा कि बुधवार को भारत की कार्रवाई संयमित थी और यह आतंकवादी ढांचे तक ही सीमित थी.

पहलगाम आतंकवादी हमले के प्रतिशोध में, भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार तड़के जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) आतंकवादी समूह के गढ़ बहावलपुर सहित आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए.

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