एशिया कप 2025 में भारतीय टीम ने ग्रुप मुकाबले में पाकिस्तान को 7 विकेट से हराया था. 14 सितंबर (रविवार) को टीम इंडिया की जीत के बाद कपतान सूर्यकुमार यादव और शिवम दुबे पाकिस्तानी खिलाड़ियों से बिना हाथ मिलाए सीधे मैदान से बाहर चले गए थे. यह देखकर पाकिस्तानी खिलाड़ी हैरान रह गए और टीम प्रबंधन ने इसे बड़ा मुद्दा बना दिया. टॉस के समय भी भारत और पाकिस्तान के कप्तानों के बीच हैंडशेक नहीं हुआ था.
पहलगाम आतंकी हमले में 26 भारतीय पर्यटकों की जान गई थी. उस हमले के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान में आतंकी अड्डों का सफाया करने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाया था. भारतीय खिलाड़ियों ने भावनाओं को ध्यान में रखकर पाकिस्तानी प्लेयर्स से हाथ नहीं मिलाया. साथ ही सूर्यकुमार यादव ने पाकिस्तान के खिलाफ यह जीत भारतीय सेना को समर्पित किया था.
जाने-माने भारतीय अंपायर अनिल चौधरी ने हैडशेक विवाद पर अपनी राय रखी है. चौधरी ने इसे बेकार का विवाद करार दिया. उन्होंने एएनआई से कहा, ‘क्रिकेट के किसी नियम में ऐसा नहीं लिखा है कि हैंडशेक करना अनिवार्य है. यह महज 15-20 साल पुरानी परंपरा है. पाकिस्तान हार के बाद इसे मुद्दा बना रहा है. मुझे लगता है कि बेवजह का बखेड़ा खड़ा किया गया है और इसकी कोई जरूरत नहीं थी.’
‘पायक्रॉफ्ट अनुभवी और ईमानदार रेफरी’
अनिल चौधरी ने मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट का बचाव करते हुए साफ कहा, “ये सब बेवजह की बातें हैं. एंडी पायक्रॉफ्ट बेहद अनुभवी और ईमानदार रेफरी हैं, उनके खिलाफ लगाए गए आरोप गलत हैं. वह जिम्बाब्वे के जाने-माने खिलाड़ी रहे हैं और बतौर मैच रेफरी उनका ट्रैक रिकॉर्ड बहुत अच्छा है.’
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने पूरे मामले को जानबूझकर बढ़ाने की कोशिश की. पहले पाकिस्तानी टीम ने भारत से हार के बाद प्रेजेंटेशन सेरेमनी से दूरी बनाई, फिर यूएई के खिलाफ मुकाबले से पहले खूब नाटक किया. पीसीबी ने धमकी दी कि अगर रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट को नहीं हटाया गया तो उसकी टीम एशिया कप से बाहर होने का फैसला करेगी. पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने यूएई के खिलाफ मैच के लिए होटल से निकलने में भी देर की, जिसके कारण मुकाबला एक घंटे की देरी से शुरू हुआ.
पीसीबी ने एक म्यूट वीडियो भी अपलोड कर दावा किया कि एंडी पायक्रॉफ्ट ने माफी मांग ली है. हालांकि सच यह था कि एंडी पायकॉफ्ट ने सिर्फ हाथ मिलाने वाले विवाद पर अफसोस जताया था. इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने पाकिस्तान की मांग ठुकरा दी और रेफरी पायक्रॉफ्ट को हटाने से इनकार कर दिया.अब खबर है कि आईसीसी नियमों के उल्लंघन को लेकर पीसीबी पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है.