पाकिस्तान में बैसाखी का त्योहार मनाते हुए सिख व्यक्ति को नंगा कर जमकर पीटा गया. यही नहीं, पाकिस्तान के कट्टरपंथी संगठन तहरीक ए लब्बैक पाकिस्तान (TLP) ने इस घटना का वीडियो भी बनाया. जिसे अब सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया.
यह वीडियो भाजपा के नेता मनजिंदर सिरसा ने सोशल मीडिया (X) पर पोस्ट कर भारत सरकार से कार्रवाई की मांग की है.
सिरसा ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा-” पाकिस्तान से एक बर्बरता वाला वीडियो सामने आया. जिसमें एक सिख व्यक्ति को नंगा किया गया. पैर बांधे गए. पगड़ी उतारी गई. फिर लाठी- डंडों से पीटा गया. वीडियो में तहरीक ए लब्बैक पाकिस्तान (TLP) का लोगो लगा है. मुझे बताया गया कि TLP कट्टरपंथियों ने निर्दोष सिख को सिर्फ इसलिए पीटा कि वह बैसाखी मना रहा था.”
SGPC सचिव प्रताप सिंह ने कहा कि ये निंदनीय घटना है. वीडियो के आधार पर SGPC पाकिस्तान सरकार को लिखेगी. पाकिस्तान में सिखों व अल्पसंख्यकों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जाना सही नहीं है.
मनजिंदर सिरसा ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ को सोशल मीडिया पर टैग करते हुए लिखा- यह दुखद है कि पाकिस्तान सरकार और प्रधानमंत्री शाहबाज हर बार अल्पसंख्यक सिखों और हिंदुओं पर कट्टरपंथियों की ज्यादतियों को लेकर चुप रहते हैं. सिरसा ने भारतीय विदेश मंत्रालय के फॉरेन सेक्रेटरी विनय क्वात्रा को सोशल मीडिया पर टैग करते हुए मांग की कि वे इस मामले को पाकिस्तान सरकार के साथ उठाएं.
BBC और विकिपीडिया के अनुसार तहरीक-ए-लब्बैक संगठन पाकिस्तान में एक कट्टर-दक्षिणपंथी इस्लामी चरमपंथी राजनीतिक दल है. इसकी स्थापना तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान की स्थापना अमीर मौलाना खादिम हुसैन रिजवी ने 1 अगस्त 2015 को की थी.
रिजवी को 12 अप्रैल 2021 को लोगों के विरोध और हिंसक प्रदर्शन के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. पाकिस्तान सरकार और TLP के बीच 31 अक्टूबर को हुए एक समझौते के तहत रिजवी को रिहा कर दिया गया.
तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान में ब्लेसफेमी लॉ में किसी भी बदलाव के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के लिए जाना जाता है. TLP मांग करता है कि शरिया को पाकिस्तान में इस्लामिक फंडामेंटल लॉ में स्थापित किया जाए.