पहलगाम आतंकी हमले के बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में 9 जगहों पर एयर स्ट्राइक करके जैश, लश्कर और हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी शिविरों को तबाह कर दिया. भारत ने स्पष्ट किया था कि उसने सिर्फ आतंकी शिविरों को टारगेट किया और पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों या रिहायशी इलाकों को निशाना नहीं बनाया. गेंद पाकिस्तान के पाले में थी कि वह तनाव बढ़ाना चाहता है या शांति का रास्ता अख्तियार करता है. उसने तनाव बढ़ाने की कोशिश की और भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों व रिहायशी इलाकों को ड्रोन और मिसाइलों से निशाना बनाया. हालांकि, पाकिस्तानी हमले को भारत के मजबूत एयर डिफेंस ने हवा में ही निष्क्रिय कर दिया.
भारत की सेनाओं ने जब इस उकसावे का जवाब देना शुरू किया तो पाकिस्तान की चूलें हिल गईं. अब वहां के विदेश मंत्री का कहना है कि पाकिस्तान युद्ध नहीं बल्कि शांति चाहता है. स्थानीय न्यूज चैनल जियो टीवी (Geo TV) से बातचीत में पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा कि अगर भारत आक्रामतकता नहीं दिखाता और हमले रोक देता है तो हम भी तनाव कम करना चाहेंगे. पाकिस्तान हमेशा शांति चाहता रहा है और अगर भारत इस समय रुक जाता है तो हम भी शांति पर विचार करेंगे और जवाबी कार्रवाई या कुछ भी नहीं करेंगे. हम वास्तव में शांति चाहते हैं, क्योंकि हमारा उद्देश्य विनाश और धन की बर्बादी नहीं है.’ उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने इस तनाव को कम करने के लिए विभिन्न देशों के साथ संपर्क स्थापित किया है. डार ने कहा कि पाकिस्तान ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से कहा है कि तनाव कम करने की जिम्मेदारी भारत पर है.
बता दें कि भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के खिलाफ पाकिस्तानी सेना ने ‘ऑपरेशन बुन्यान-उन-मर्सूस’ शुरू किया, जिसे भारत ने चंद घंओं में ही विफल कर दिया. पाकिस्तान ने अपने ऑपरेशन के तहत भारत के उधमपुर, पठानकोट, बठिंडा और भुज एयरफोर्स स्टेशनों को निशाना बनाया लेकिन उसकी मिसाइलें भारतीय वायुसेना के एयर डिफेंस सिस्टम को भेंदने में नाकाम रहीं. पाकिस्तान ने इन हमलों के लिए अपनी हाई स्पीड मिसाइलों का उपयोग किया, जिन्हें भारत के एयर डिफेंस ने हवा में ही नष्ट कर दिया. इन हमलों में भारतीय एयर फोर्स स्टेशनों को सीमित क्षति पहुंची.’ इसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान के 6 सैन्य ठिकानों पर हमले किए, जिनमें से रफीकी, मुरीद, चकलाला, रहीम यार खान, सुक्कुर और चुनिया एयरबेस शामिल हैं.
भारतीय हमले में पाकिस्तान के रफीकी, मुरीद, चकलाला और रहीम यार खान एयरबेस को काफी नुकसान पहुंचा है. भारतीय सेना ने इस दौरान कोलैटरल डैमेज यानी आम नागरिकों और संरचनाओं को नुकसान न हो, इसका पूरा ध्यान रखा. प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत के रक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी दी कि हमारी जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान को गंभीर सैन्य नुकसान पहुंचा है. भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने अपने सटीक हमले में पाकिस्तान के तकनीकी संस्थापन (Technical Installations), कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, रडार साइट्स और हथियारों के भंडारण को तबाह कर दिया है. इन हमलों के बाद पाकिस्तान को समझ में आ चुका है कि भारत की तीनों सेनाओं और उनके हथियारों की पहुंच उसके क्षेत्र में बहुत अंदर तक है. इसीलिए इशाक डार अब तनाव कम करने की गुजारिश कर रहे हैं.
यह पहली बार नहीं है जब भारत द्वारा पाकिस्तान को उसकी औकात दिखाए जाने के बाद वहां के किसी मंत्री ने अपने कदम पीछे खींचने की बात की हो. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ, जिन्होंने पहले कहा था कि ‘या तो हम [पाकिस्तान] बचेंगे या कोई नहीं बचेगा’, उन्होंने भी अपने बयान से यू-टर्न लेते हुए कहा कि अगर भारत सीमा पर अपनी कार्रवाई रोक देता है तो पाकिस्तान भी तनाव नहीं बढ़ाना चाहेगा. आसिफ ने एक स्थानीय न्यूज चैनल से बातचीत में कहा, ‘इसकी पहल भारत ने की है. हमने सिर्फ जवाब दिया है. हम यह कहते रहे हैं कि हम भारत के खिलाफ कभी कोई शत्रुतापूर्ण कार्रवाई नहीं करेंगे. लेकिन अगर हम पर हमला होता है, तो हम जवाब देंगे. अगर भारत हमले रोक देता है, तो हम निश्चित रूप से इन चीजों को खत्म करना चाहेंगे. लेकिन जब तक हम पर हमला होता रहेगा, हमें जवाब देना ही होगा.’