पाकिस्तानी जासूसों का खुलासा: यूपी से पंजाब तक फैला था खुफिया नेटवर्क, ऐसे भेजते थे जानकारी

पंजाब के मलेरकोटला में रविवार को पकड़े गए दो पाकिस्तानी जासूस, जिनमें एक महिला शामिल है. पूछताछ में दोनों ने कई खुलासे किए हैं. आरोपी लोगों को पाकिस्तानी वीजा और पैसों का लालच देकर फंसाते थे. नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान एंबेसी में पोस्टेड कर्मचारी जासूसी का नेटवर्क चला रहा था. पैसों के लालत में आकर भारत के कई लोग इस नेटवर्क के जाल में फंस चुके थे. आरोपी उन्हीं लोगों को पैसों और वीजा का लालच देते थे जिनके या तो पाकिस्तान में रिश्तेदार थे, या फिर जो पाकिस्तान जाने के इच्छा रखते थे, और वीजा चाहते थे.

Advertisement

पंजाब पुलिस ने 10 मई को मलेरकोटला से दो लोगों को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. इनमें एक महिला भी शामिल थी. जांच करने पर पता चला कि इनका हैंडलर नई दिल्ली की पाकिस्तान एंबेसी में पोस्टेड पाकिस्तानी कर्मचारी दानिश था.

जांच के दौरान पंजाब पुलिस ने एक वित्तीय नेटवर्क और जासूसी गिरोह का पर्दाफाश किया, जो कथित तौर पर नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के एक कर्मचारी के इशारे पर चल रहा था. खुफिया सूचनाओं के आधार पर किए गए इस ऑपरेशन में मलेरकोटला के दो निवासियों को गिरफ्तार किया गया. जिनकी पहचान विधवा महिला गजाला (31) और यामीन मोहम्मद के रुप में हुई है.

पाकिस्तान एंबेसी से चल रहा था खेल

ये दोनों दानिश के लिए ऑपरेटिव के रूप में काम करते हैं. गिरफ्तार किए गए दोनों लोगों पर आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. पंजाब पुलिस के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गजाला इसी साल 27 फरवरी को दिल्ली में पाकिस्तान एंबेसी में वीजा के लिए गई थी. जहां उसकी मुलाकात पाकिस्तान उच्चायुक्त में काम करने वाले पाकिस्तानी नागरिक दानिश के साथ हुई. जहां पर दोनों ने अपने-अपने मोबाइल नंबर एक दूसरे के साथ शेयर किए उसके बाद दानिश लगातार गजाला को मैसेज करने लगा.

कई राज्यों के लोगों को भेजे गए पैसे

पाकिस्तानी अधिकारी दानिश के संपर्क में मलेरकोटला का ही एक और युवक यामीन मोहम्मद भी था. दानिश मलेरकोटला के रहने वाले यामीन मोहम्मद के कहने पर ही गजाला के एकाउंट में पैसे ट्रांसफर करता था. उसके बाद गजाला और यामीन मोहम्मद के द्वारा दानिश के कहने पर देश के अलग-अलग राज्यों में UPI की मदद से पैसे ट्रांसफर किए जाते थे. पैसा किन लोगों को भेजना है और कितना भेजना है उसके लिए बकायदा दानिश, जोकि पाकिस्तानी एंबेसी में काम करता है वो इन्हें UPI स्कैनर भेजता था. पुलिस जांच में पता चला है कि इनके द्वारा पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में कई लोगों को स्कैनर के द्वारा पैसा ट्रांसफर किया गया. जिन राज्यों के लोगों को पैसे भेजे गए वो भारतीय सेना की गतिविधि और उनके ठिकानों की खूफिया जानकारी शेयर करते थे.

Advertisements