पाकिस्तान के 223 हिंदू तीर्थयात्रियों का जत्था अयोध्या (Ayodhya) में भगवान श्री रामलला के दर्शन कर अपने गुरु स्वामी युधिष्ठिर लाल के नेतृत्व में हरिद्वार पहुंचा. यह जत्था रायपुर, प्रयागराज से होकर अयोध्या पहुंचा था, जहां विश्व हिंदू परिषद के आतिथ्य में रामलला के दर्शन किए. इसके बाद वहां से लखनऊ होते हुए वंदे भारत ट्रेन से हरिद्वार पहुंचे. हरिद्वार पहुंचने पर श्रद्धालुओं का गाजे बाजे के साथ माला पहनाकर स्वागत किया गया.
पाकिस्तान से आए नागरिक रामलला के दर्शन कर अभिभूत हैं. उन्होंने कहा कि यह पल उन्हें जिंदगीभर याद रहेगा. यह जत्था यहां स्टेशन से सप्तसरोवर स्थित शदाणी दरबार में पहुंचा, जहां चार दिन रहकर गंगा स्नान करने के साथ ही धार्मिक स्थलों के दर्शन करेंगे.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
शदाणी दरबार हरिद्वार के 9वें गुरु स्वामी युधिष्ठिर लाल महाराज का कहना है कि हर वर्ष की तरह पाकिस्तान से हिंदुओं का जत्था हरिद्वार की नगरी में आज 4 मई को पहुंचा है. यह यात्रा शदाणी दरबार रायपुर से 15 अप्रैल को आरंभ हुई थी. यह यात्रा रायपुर, अमरावती, प्रयागराज और श्री अयोध्याजी होते हुए आज मां गंगा की नगरी हरिद्वार पहुंची है.
यहां चार दिन जत्थे का प्रवास रहेगा. जत्थे में 223 यात्री हैं, जिसमें 175 पुरुष और 50 महिलाएं हैं. ग्रुप को पांच भागों में बांटा गया है. 50-50 के ग्रुप रहते हैं. पांच लीडर हैं और लगभग 33, 34 शहरों के यात्री शामिल हैं. इनको हम अयोध्या जी के दर्शन करवाकर लाए हैं. विशेष दर्शन भी हुए.
यह जत्था हरिद्वार तो हर वर्ष आता है. तीन दिन का विशेष कार्य सरोवर मार्ग शदाणी दरबार मंदिर में होना है. यह सनातन की सेवा है. जो हिंदू पाकिस्तान में दुखी हैं, अपने कर्मकांड इत्यादि करने की उन्हें आजादी नहीं है. न ही वे वहां अस्थि विसर्जन करते हैं. इसलिए एकत्रित करते रहते हैं और फिर हर साल जब यह विशेष प्रोटोकॉल एग्रीमेंट आता है तो उनके लिए यह यात्रा एक आत्मिक संतुष्टि और आत्म बल बढ़ाने का साधन बन पड़ती है.