‘मलेशिया में हमें रोकने में लगे थे पाकिस्तानी, लेकिन…’, डेलिगेशन लेकर गए संजय झा ने बताई पूरी कहानी

जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष और सांसद संजय झा (Sanjay Jha) हाल में ग्लोबल आउटरीच के लिए विदेश गए डेलिगेशन के साथ वापस भारत आए हैं. उनके नेतृत्व में जो डेलिगेशन गया था, वो पांच देशों- जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, इंडोनेशिया और मलेशिया की यात्रा पर गया. संजय झा ने वतन वापसी के बाद अपना अनुभव साझा किया है. उन्होंने कहा, “अब इंडिया प्रॉक्सी वॉर पर बैठ कर नहीं देखता रहेगा, इंडिया फ्री है और घर में घुस कर मारेगा.”

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उन्होंने आगे बताया कि इंडस वॉटर को बंद करने वाली बात कई बार आई. हम लोगों ने साफ तौर से कहा कि 1960 में ये समझौता हुआ. दुनिया में कोई ऐसा समझौता नहीं हुआ होगा तो अपने देश का 80 फीसदी पानी किसी और को दे दे. ढाई साल से भारत सरकार पाकिस्तान से बात करने की कोशिश कर रही है कि क्लाइमेट चेंज हो गया है, डेमोग्राफी बदल गई है. समझौते पर फिर से बात करनी होगी. जब तक आतंकवाद खत्म नहीं होगा, हम समझौते को नहीं मानते हैं.

मालेशिया में नाकाम हुई पाकिस्तान की चाल

मलेशिया के साथ अनुभव पर बात करते हुए संजय झा ने कहा, “उनकी एंबेसी काफी एक्टिव हो गई थी कि हम लोग का ट्रिप क्यों हो रहा है और ये बात मुलाकात में भी समझ आई. लेकिन मलेशिया के लोगों ने पहलगाम की घटना की निंदा की. इंडियन डायसपोरा सबसे ज्यादा यूएस के बाद मलेशिया में है. हमारे एंबेसडर को बुलाकर मलेशिया के प्रधानमंत्री ने पूरा फीडबैक लिया था.” उन्होंने आगे बताया, “मलेशिया इनफॉर्मल तौर पर सपोर्टिव था. हमने इंडोनेशिया से कहा कि आपका दोस्त पाकिस्तान गड़बड़ करता है, तो कम से कम यही कहिए कि पाकिस्तान सही नहीं कर रहा है.”

संजय झा ने कहा कि हम लोगों ने अपना मैसेज दिया. हम वहां के पार्लियमेंट्रियन, मीडिया के लोग जैसे तमाम तरह के लोगों मिले. हमारी तरफ से एक मैसेज गया कि इंडिया एक और यूनाइटेड दिखाई दे रहा है. यह यात्रा बहुत ही सफल रही है. हर जगह सपोर्ट मिला है. हम लोगों ने यह भी कहा कि हम लोग अब न्यूक्लियर ब्लैकमेल बर्दाश्त नहीं करेंगे.

मलेशिया को लेकर बात कही गई कि पाकिस्तान उन पर दबाव बना रहा था कि इंडिया के डेलिगेशन का कार्यक्रम न हो. इससे जुड़े सवाल पर संजय झा ने कहा, “हमारा पूरा कार्यक्रम हुआ. सारी बैठकें हुईं. उनका ऑर्गनाइजेशन है, जो आतंकवाद के खिलाफ प्रोग्राम चलाते रहते हैं. रूलिंग पार्टी के लोगों से हमने मुलाकात की. हमारा प्रोग्राम पूरा तरह से सफल रहा लेकिन पाकिस्तान यह बिल्कुल नहीं चाहता था.”

‘पॉजिटिव और सपोर्टिव था इंडोनेशिया…’

संजय झा ने इंडोनेशिया और मलेशिया में भारत से गए डेलिगेशन के अनुभव पर बात करते हुए कहा, “इंडोनेशिया बहुत मामले में पॉजिटिव और सपोर्टिव था. भारत से मिलता जुलता कल्चर है. वहां के मुस्लिमों के नाम हिंदू संस्कृति से जुड़े थे. इंडोनेशिया के बाद सबसे ज्यादा मुस्लिम भारत में रहते हैं. हमने इंडोनेशिया से कहा कि यहां पर आकर पाकिस्तान इंडिया के खिलाफ रेजोल्यूशन पास करवाता है, आप लोग इस पर स्टैंड लीजिए. इंडोनेशिया ने माना कि भारत की बात को हम लोग ओआईसी में रखे हैं.”

सलमान खुर्शीद पर क्या बोले संजय झा

सलमान खुर्शीद पर बात करते हुए संजय झा ने कहा, “सलमान खुर्शीद ने हर जगह बहुत ही पॉजिटिव तरीके से अपनी बात कही. चाहे वह पहलगाम का मुद्दा हो या फिर कश्मीर से 370 हटाए जाने का मामला, हर तरह के सवाल पर उन्होंने बेहतर तरीके से अपनी बात रखी. जितने लोग हमारे डेलिगेशन में थे, सभी लोगों ने बेहतर तरीके से अपनी बात रखी. पूरी दुनिया में ये मैसेज गया है कि पूरा भारत एक साथ, एक आवाज के साथ खड़ा है.”

डेलिगेशन पर उठने वालों सवालों पर संजय झा का जवाब

ग्लोबल आउटरीच पर गए डेलिगेशन पर लगे घूमने के आरोपों और राहुल गांधी के द्वारा उठाए गए सवालों पर जवाब देते हुए संजय झा ने कहा, “कांग्रेस के लोग भी टीम में साथ रहे. वही बता सकते हैं कि सुबह 9 बजे से लेकर 9 बजे रात तक हम लोग खड़े रहते थे. खुर्शीद साहब कांग्रेस को बता देंगे कि पूरे ट्रिप में हम लोग क्या किए हैं.”

कांग्रेस के जो भी नेता जिस तरह की बात कर रहे हैं, उससे यह स्थिति बनेगी कि उनकी अब 50 सीट भी नहीं आएगी. आज के परिस्थिति में हम लोग जहां भी गए, हमने देखा कि नरेंद्र मोदी की ग्लोबल तौर पर बहुत इज्जत है. पीएम मोदी के काम को साथ में गए सभी नेता तारीफ कर रहे थे. इस बात पर चर्चा हो रही थी कि ये सरकार ने कैसे दस से बारह साल में देश की इकोनॉमी बदल दी.

 

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