दमोह : जिले के पटेरा में प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम ने तीन कंप्यूटर सेंटर पर छापेमारी की.इस दौरान 38 ग्राम पंचायतों के सरपंच-सचिव के डिजिटल सिग्नेचर वाले डोंगल बरामद हुए.साथ ही सैकड़ों आधार कार्ड, सरकारी मस्टर और जनपद अधिकारियों की सीलें भी मिलीं.
किसी व्यक्ति की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई. हटा एसडीपीओ प्रशांत सुमन, प्रभारी नायब तहसीलदार शिवराम चढ़ार और दमोह कोतवाली टीआई मनीष कुमार की टीम ने विश्वकर्मा कंप्यूटर और दो राय कंप्यूटर सेंटर पर दबिश दी.
कंप्यूटर सेंटर में मिली पंचायतों की फाइलें.
जांच में पता चला कि पंचायतों के विकास कार्यों की फाइलें भी इन कंप्यूटर सेंटर से संचालित की जा रही थीं.एसडीओपी प्रशांत सुमन ने कहा कि यह सामग्री केवल सरकारी कार्यालय में होनी चाहिए थी। सभी दस्तावेज जब्त कर लिए गए हैं.
नायब तहसीलदार बोले- जांच करेंगें कि दस्तावेज कैसे सेंटर पहुंचे
नायब तहसीलदार चढ़ार ने बताया कि सरकारी दस्तावेजों का कंप्यूटर सेंटर में मिलना गंभीर मामला है.जांच की जाएगी कि ये दस्तावेज यहां कैसे पहुंचे और किसकी मिलीभगत से यह काम हो रहा था.वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
फर्जी बिलों के भुगतान होने की संभावना
सरपंच सचिव के डिजिटल हस्ताक्षर वाले डोंगल का उपयोग किसी तरह के भुगतान में उपयोग होता है.यह काफी गोपनीय होता है, जिसका पासवर्ड केवल सरपंच सचिव के पास होता है, लेकिन ऐसे करीब 38 डोंगल इन कंप्यूटर सेंटर पर मिले है.
संभावना है कि फर्जी बिलों पर भुगतान हो रहा था.गौर करने वाली बात यह है कि पटेरा जनपद में कुल 61 ग्राम पंचायत है, जिसमें से 38 ग्राम पंचायत के डिजिटल सिग्नेचर वाले डोंगल इन तीन कंप्यूटर सेंटर पर मिले.