कुबेरेश्वर धाम आए 7 श्रद्धालुओं की मौत पर पंडित प्रदीप मिश्रा की पहली प्रतिक्रिया, क्या कहा?

मध्य प्रदेश के सीहोर में कुबेरेश्वर धाम में कांवड़ यात्रा के दौरान कुल सात श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. गुरुवार को दो और लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. जिनमें से एक यूपी के गोरखपुर और दूसरा दिल्ली निवासी बताए जा रहे हैं. इन श्रद्धालुओं की मौत पर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने दुख जताते हुए प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि मेरी बहन और मेरे जीजा के चले जाने का दुख है.

मृतकों की पहचान गुजरात के पांचवल के रहने वाले चतुर सिंह पिता भूरा (50), हरियाणा के रोहतक निवासी ईश्वर सिंह (65), छत्तीसगढ़ के रायपुर के रहने वाले दिलीप सिंह (57), राजकोट से जसवंती बेन पत्नी चंदू भाई (56), यूपी के फिरोजाबाद निवासी संगीता गुप्ता पत्नी मनोज गुप्ता (48) और उपेंद्र गुप्ता पिता प्रेम गुप्ता (22) के रूप में हुई है. जिला अस्पताल में मृतकों के शव रखे गए हैं.

मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान

सात श्रद्धालुओं की मौत के बाद मानवाधिकार आयोग ने मामले का संज्ञान लिया है. संबंधित अधिकारियों से जवाब तलब किया जा सकता है. मौतों के लिए जिम्मेदार कौन है? यह अभी तक तय नहीं हो सका है. जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन इस मामले में कुछ भी कहने को तैयार नहीं है कोई भी सीनियर अधिकारी से बात की जाती है तो वहां स्वाभाविक मौत कहकर मामले को टालने की कोशिश करते हैं.

जांच की जरूरत नहीं- करण सिंह वर्मा

कुबेरेश्वर धाम आए श्रद्धालुओं की मौत के मामले में मंत्री करण सिंह वर्मा ने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि भोलेनाथ के प्रति श्रद्धालुओं की आस्था है. श्रद्धालुओं की मौत के कारण अलग अलग हैं. उन्होंने कहा, ”सीहोर कलेक्टर ने पोस्ट डाल दी है, जांच की जरूरत नहीं है.”

डीजे मालिकों पर कार्रवाई

वहीं, दूसरी और पुलिस प्रशासन ने डीजे मालिकों पर भी कार्रवाई कर दी और कई डीजे जप्त कर लिया है. बहरहाल प्रशासनिक लापरवाही को लेकर जांच की मांग तेज हो गई है. गौरतलब कि कुबेरेश्वर धाम में हर साल सावन के महीने में खास कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. इस दौरान वहां रुद्राक्ष का भी बांटे जाते हैं. बताया जाता है कि रुद्राक्ष लेने की उम्मीद में बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं.

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