महाराष्ट्र के पुणे जिले में तेंदुए के हमले में एक सात साल के बच्चे की मौत हो गई. घटना शुक्रवार रात की है. बच्चे के माता-पिता आपस में झगड़ा कर रहे थे और इस दौरान बच्चा घर से बाहर निकल गया. वह गन्ने के खेतों की तरफ चला गया जहां एक खूंखार तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया और उसकी मौत हो गई.
पूरा मामला पुणे के शिरूर तालुका का है. एक अधिकारी ने रविवार को जानकारी दी कि तेंदुए के हमले में एक सात साल के बच्चे की मौत हो गई. उन्होंने बताया कि घटना शुक्रवार को मांडवगन फरता गांव में हुई जब वंश राजकुमार सिंह गन्ने के खेतों की तरफ चला गया था.
मुजफ्फरनगर के रहने वाले थे माता-पिता
अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि बच्चे के माता-पिता उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के रहने वाले हैं. वे एक गुड़ उत्पादन यूनिट में काम करने के लिए पुणे के शिरूर तहसील में रहते थे. शुक्रवार की रात उनके बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई.
मां-बाप के झगड़े के चलते घर से निकल गया था बेटा
वन अधिकारी ने कहा, ‘शुक्रवार की रात वंश के माता-पिता के झगड़े के बीच वह घर से निकल गया था और गन्ने के खेतों की तरफ चला गया था जहां झाड़ियों में छिपे तेंदुए ने उस पर जानलेवा हमला कर दिया. फैक्ट्री प्रबंधक ने पुलिस को इस हमले के बारे में सूचित किया है.’
उदयपुर में मारा गया आदमखोर तेंदुआ
राजस्थान के उदयपुर में शुक्रवार को वन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने एक आदमखोर तेंदुए को मार गिराया था. एक अधिकारी ने बताया कि उदयपुर जिले में 18, 19, 20, 25, 28 और 30 सितंबर को तेंदुओं ने कई लोगों को अपना शिकार बनाया था. सभी घटनाओं में तेंदुए के हमले का स्थान उप वन संरक्षक उदयपुर (उत्तर) के अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत छाली, बगडुंडा, मजावद और मदार था.
बुधवार को बडगांव के मदार गांव में खेत में काम कर रही दो महिलाओं पर तेंदुए ने हमला कर दिया था. हमले में गंभीर रूप से घायल हुई महिलाओं में से एक की इलाज के दौरान मौत हो गई. शहर के पास मदार इलाके में मारा गया तेंदुआ इन हमलों में शामिल बताया जा रहा था.