भोपाल । एक तरफ तो सरकार का फरमान आते ही जबलपुर में स्कूलों पर सबसे बड़ी कार्यवाही कर वाह वहावाही लूटी जा चुकी है । मगर राजधानी भोपाल के जिला शिक्षा अधिकारी तमाम गड़बड़ियों से अनजान कुम्भकरण बने बैठे रहे। यही नहीं वहीं कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा इनके कार्यालय को घेर कर समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित किया गया था।
लेकिन नतीजा सिफर ही रहा और राजधानी में स्कूल संचालकों की मनमानी बदस्तूर जारी रही, जिला शिक्षा अधिकारी की नींद में खलल तब हुआ जब बीते दिनों जिले के प्रशासनिक मुखिया ने इनकी जमकर क्लास लगा डाली। सूत्रों की मानें तो लाटसाहब की फटकार इतनी जबरदस्त थी कि उसका असर भी जल्द ही सामने आ गया।
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
नतीजतन डीईओ साहब अपनी साख बचाने के चक्कर में सिर्फ 4 स्कूलों पर कार्यवाही कर वाहवाही लूटने का प्रयास करते दिख रहे हैं। हालांकि यहां बड़े सवाल अब भी मुंह बाए खड़े हैं। पहला तो ये कि बड़े साहब के नाराज़ होने का इंतजार क्यों किया गया? और दूसरा ये कि क्या स्कूलों की नियमित जांच की जा रही है?
सवालों की फेहरिस्त लंबी है, कई के जवाब में सिर्फ चुप्पी या झुंझलाहट ही सामने आएगी क्योंकि ज़मीन पर किये जाने वाले काम दफ्तर में बैठे बैठे ही निपटाए जा रहे हैं।