पेरिस ओलंपिक 2024 में सभी खेल पूरे हो चुके हैं. करीब 15 दिन तक चले खेलों के इस महाकुंभ में 10 हजार से ज्यादा एथलीट्स में हिस्सा लिया. इस दौरान करीब 1000 मेडल दांव पर थे, जिसके लिए इन एथलीट्स ने दावेदारी पेश की. इस दौरान अमेरिका पहले, चीन दूसरे और जापान तीसरे नंबर पर रहा, जबकि मेजबान देश फ्रांस 5वें स्थान पर रहा. वहीं भारत 6 मेडल के साथ 71वें स्थान पर रहा. 11 अगस्त की देर रात को क्लोजिंग सेरेमनी के साथ पेरिस ओलंपिक की समाप्ती हुई. नॉर्थ पेरिस के स्टेड डे फ्रांस स्टेडियम में आयोजित इस समारोह में करीब 80 हजार दर्शकों के बीच भारतीय दल के ध्वजवाहक मनु भाकर और हॉकी टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने भारत का झंडा शान से लहराया.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
पेरिस ओलंपिक में भारत ने कुल 6 मेडल हासिल किया. इसमें सबसे पहला मेडल मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल में जीता. उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था. इसके बाद उन्होंने सरबजोत सिंह के साथ मिलकर 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में फिर ब्रॉन्ज मेडल जीता. स्वप्निल कुसाले ने मेन्स 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया. वहीं भारतीय हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल जीतकर भारत को चौथा पदक दिलाया. नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो में सिल्वर मेडल जीता. इसके अलावा पहलवान अमन सहरावत ने पुरुष रेसलिंग के 57 किलोग्राम कैटगरी में ब्रॉन्ज जीतकर छठा मेडल दिलाया.
पेरिस ओलंपिक में कई मायनो में ये भारत के लिए खास रहा. इस दौरान भारतीय एथलीट्स ने कई रिकॉर्ड्स बनाए. मनु भाकर शूटिंग के 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला शूटर बनीं. इसके बाद उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल के मिक्स्ड इवेंट में भी मेडल जीता और एक ही ओलंपिक में 2 मेडल जीतकर इतिहास रचा और ऐसा करने वाली पहली भारतीय बनीं.
शूटिंग के 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस इवेंट में पहली बार कोई मेडल आया. स्वप्निल कुसाले इस इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. इसके अलावा 1972 के बाद से भारतीय हॉकी टीम ओलंपिक में ऑस्ट्रेलिया को हराने में नाकाम रही थी. 52 साल बाद पहली बार भारत ने ग्रुप मुकाबले के दौरान ऑस्ट्रेलिया को 3-2 से मात दी. मनिका बत्रा ने पेरिस ओलंपिक में महिला टेबल टेनिस के क्वार्टर फाइनल तक पहुंची थीं. ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला बनीं. इस दौरान आर्चरी में पहली बार भारत ने मेडल मैच खेला.