दिल्ली के सुभाष नगर इलाके में पार्किंग को लेकर शुरू हुआ विवाद अचानक हिंसा में बदल गया. दोनों पक्षों के बीच मामूली कहासुनी से शुरू हुई बात इतनी बढ़ गई कि देखते ही देखते मारपीट तक पहुंच गई. इस झगड़े में दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है, ताकि पूरी सच्चाई सामने लाई जा सके
एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, 20 अगस्त की रात करीब 9.30 बजे ये घटना घटी है. शिकायतकर्ता रमित मल्होत्रा, जो एक प्राइवेट बैंक में मैनेजर हैं, अपनी पत्नी के साथ उसी इलाके में रहते हैं. उन्होंने पड़ोसी वजीर सिंह से उनकी कार हटाने को कहा, क्योंकि वो गलत जगह पर पार्क की गई गई थी. शुरुआत में दोनों के बीच बहस हुई, लेकिन थोड़ी देर बाद वजीर सिंह ने अपनी गाड़ी हटा ली और मामला वहीं शांत हो गया.
हालांकि, विवाद यहीं खत्म नहीं हुआ. आरोपी वजीर सिंह का बेटा सहज सिंह (22), जो नोएडा की एक रियल एस्टेट कंपनी में काम करता है, जब काम से वापस लौटा तो उसे इस झगड़े के बारे में जानकारी मिली. इसके बाद उसने रमित मल्होत्रा से कहासुनी शुरू कर दी. बात बढ़ने पर सहज सिंह ने अपने तीन दोस्तों को मौके पर बुला लिया और चारों ने मिलकर रमित मल्होत्रा और बीच-बचाव कर रहे पड़ोसी संदीप पर हमला कर दिया.
मारपीट के दौरान दोनों लोग घायल हो गए, जिन्हें तुरंत दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया गया. सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और घायलों को प्राथमिक चिकित्सा दिलाई गई. पुलिस जांच में सामने आया कि इस वारदात में सहज सिंह के अलावा टैगोर गार्डन एक्सटेंशन का वाटर प्यूरीफायर व्यवसायी अमनदीप उर्फ साहिब (32), मोबाइल शॉप ऑनर हशमीत (27) और सचिन शामिल थे. सचिन अभी फरार है.
इस मामले की जांच कर रहे एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “शुरुआत में गाड़ी हटने के बाद विवाद सुलझ गया था. लेकिन सहज सिंह ने मामले को दोबारा हवा दी और अपने साथियों के साथ मिलकर शिकायतकर्ता और बीच बचाव करने आए उसके पड़ोसी की पिटाई कर दी.” फिलहाल शिकायत के आधार पर राजौरी गार्डन पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.