भीलवाड़ा में पॉलिटिकल पार्टी बनाकर राजनीतिक चंदा लेने का खुलासा हुआ है। दो वकील और उनके एक दोस्त ने तीन साल में पार्टी अकाउंट से 271 करोड़ का लेनदेन किया है।
बोगस ट्रांजैक्शन के मामले में आयकर विभाग ने मंगलवार आरोपियों के घर छापेमारी की। कार्रवाई के दूसरे दिन कई बड़ी जानकारियां सामने आई है।
अब तक इस पार्टी ने एक भी चुनाव नहीं लड़ा है, पार्टी के जो तीन बड़े अधिकारी हैं वे भी डमी हैं। आज भी टीमें इनके घर पर कार्रवाई कर रही हैं।
सबसे पहले जानिए क्या है पूरा मामला…
ये पूरा मामला भीलवाड़ा के वकील विकास व्यास (विजय सिंह पथिक नगर), दीपक जोशी (गुर्जरों की गली, आटूण) और उनके दोस्त कमलेश आचार्य से जुड़ा है।
तीनों आरोपियों ने तीन साल साल पहले नेशनल सर्व समाज के नाम से एक राजनीतिक पार्टी रजिस्टर्ड करवाई थी। पार्टी के बैंक अकाउंट में आरोपी चंदे के लिए रकम लेते थे, फिर कमीशन काटकर उन्हें रकम लौटा दी जाती थी। दावा किया जा रहा है कि ये ब्लैकमनी को लीगल करने के लिए किया जाता था।
तीनों ही पार्टी के पदाधिकारी, चुनाव नहीं लड़ा
जानकारी के अनुसार नेशनल सर्व समाज पार्टी ने कभी कोई चुनाव नहीं लड़ा है। जबकि पार्टी से जुड़ी जानकारी में विकास व्यास को राष्ट्रीय अध्यक्ष, दीपक जोशी को कोषाध्यक्ष और कमलेश आचार्य को सचिव बताया गया है। इन्होंने ये डमी पोस्ट बना रखी थीं।
तीनों को नेतागिरी का शौक है ऐसे में तीनों ने पार्टी में बड़ी भूमिका देख हामी भर दी। इस मामले में वकील राहुल कोठारी ने मध्यस्थता करवाई थी। वह भी आयकर विभाग के रडार पर है।
मुंबई में ऑपरेट हो रहे फोन पर जाता था OTP
जानकारी के अनुसार विकास ने बैंक अकाउंट की केवाईसी भीलवाड़ा से करवाई थी। ये अकाउंट मुंबई में कोई अन्य व्यक्ति ऑपरेट करता था। बैंक में लेनदेन होने पर ओटीपी मुंबई वाले व्यक्ति के मोबाइल पर आता था।
पिछले तीन साल में ही अकाउंट में 271 करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ है, ऐसे में यह आयकर विभाग के रडार पर आ गया। वकील राहुल कोठारी भी विकास का दोस्त है उसी ने पार्टी और विकास के बीच मध्यस्थता करवाई थी, बोगस क्लेम में इसका भी नाम है।
गाजियाबाद में पार्टी का ऑफिस, टीमें वहां भी पहुंची
मंगलवार को भीलवाड़ा में कार्रवाई से पहले इनकम टैक्स की टीमें गाजियाबाद में पार्टी के रजिस्टर्ड ऑफिस पहुंची थीं। जानकारी के अनुसार वहां लॉक मिला तो भीलवाड़ा में तीनों आरोपियों के घर व ऑफिस में छापेमारी की गई।
14 जुलाई को अकाउंटेंट के यहां हुई कार्रवाई से मिला था इनपुट
दरअसल, 14 जुलाई को भीलवाड़ा की संजय कॉलोनी में रहने वाले अकाउंटेंट राजकुमार के यहां कार्रवाई हुई थी। राजकुमार को टीम के आने की भनक लग गई और वो मौके से भाग निकला।
अकाउंटेंट राजकुमार अकाउंट्स, इनकम टैक्स रिटर्न ओर टैक्स सॉल्यूशन प्रोवाइड कराने का काम करता है। जानकारी के अनुसार इसी कार्रवाई के बाद राजनीतिक पार्टियों के फर्जी लेनदेन का इनपुट मिला था।