पटना : पटना में कलश स्थापना के साथ नवरात्रि का त्योहार शुरू हो चुका है. दुर्गा पूजा के अवसर पर मूर्ति विसर्जन के दौरान गंगा नदी की स्वच्छता बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन ने व्यापक तैयारी शुरू कर दी है. इस बार शहर के अलग-अलग घाटों पर कुल 10 आर्टिफिशियल तालाब बनाए जाएंगे. ऐसा पहली बार होगा जब इतनी बड़ी संख्या में विसर्जन हेतु तालाब तैयार किए जा रहे हैं.
नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने बताया कि निगम का मुख्य उद्देश्य नदी में प्रदूषण को रोकना है.साथ ही त्योहार के दौरान शहर को साफ-सुथरा रखना भी प्रशासन की प्राथमिकता है. सभी पदाधिकारियों को इस अभियान के तहत विशेष जिम्मेदारी दी गई है. तय स्थानों के अलावा अन्य जगह विसर्जन करने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई और जुर्माना लगाया जाएगा.
नगर निगम द्वारा नागरिकों और पूजा समितियों को जागरूक किया जाएगा कि वे मूर्ति विसर्जन और पूजा सामग्री का विसर्जन सिर्फ निर्धारित तालाबों में करें. इस अभियान को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए विशेष जागरूकता टीमें घाटों पर तैनात रहेंगी. ये टीमें लोगों को प्लास्टिक रैपर, पॉलीथिन और अन्य हानिकारक सामग्री का उपयोग न करने के लिए प्रेरित करेंगी ताकि पर्यावरण संरक्षण में सहयोग मिल सके.यह पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि धार्मिक आयोजन को सुरक्षित और स्वच्छ ढंग से संपन्न करने की भी कोशिश है. प्रशासन का प्रयास है कि नागरिकों की सहभागिता से त्योहार की परंपरा और गंगा की पवित्रता दोनों को साथ लेकर चलें.