पटना: पटना में 22 अगस्त को आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने ग्रामीण कार्य विभाग के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर विनोद कुमार राय के आलीशान घर पर छापेमारी की। यह कार्रवाई भूतनाथ रोड स्थित उनके चार मंजिला मकान में हुई. सर्च ऑपरेशन के दौरान टीम ने 52 लाख रुपये कैश बरामद किए. वहीं करीब 12.50 लाख रुपये के जले और अधजले नोट भी घर के टॉयलेट से बरामद किए गए.
सूत्रों के मुताबिक, विनोद कुमार राय ने अपनी नौकरी के दौरान 150 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध कमाई की थी. वे मूल रूप से समस्तीपुर जिले के हसनपुर प्रखंड के खरहिया गांव के रहने वाले हैं. गांव में उन्हें लोग “टीका लाल” के नाम से बुलाते हैं. गांव वालों के मुताबिक, वे ब्याज पर रुपये देते थे और मंदिर निर्माण के लिए भी मोटी रकम दान कर चुके हैं. इसलिए गांव में उनकी छवि “रॉबिनहुड” जैसी मानी जाती थी।विनोद राय ने गांव और शहर में कई संपत्तियां खड़ी की थीं. पटना में आलीशान मकान, गांव में बड़े गोदाम और दुधपुरा-सिंघिया पथ पर एक पेट्रोल पंप भी उनके नाम से जुड़ा बताया जाता है। साथ ही, बिहार के विभिन्न शहरों में भी उन्होंने प्रॉपर्टी खरीद रखी थी.
EOU की टीम 21 अगस्त की रात उनके घर पहुंची और पूरी रात बाहर डेरा डाले रही. सुबह करीब 5 बजे जबरन घर में दाखिल होकर तलाशी शुरू की गई. घर में घुसते ही टीम को जले हुए नोटों की गंध आई. पूछताछ में पता चला कि छापेमारी से पहले दंपति ने नोट जलाकर टॉयलेट में डाल दिए थे।नगर निगम और एफएसएल (FSL) की टीम को मौके पर बुलाया गया. कड़ी मशक्कत के बाद पाइपलाइन से12.50 लाख रुपये जले और अधजले नोट निकाले गए. बताया गया कि नोट जलाने की वजह से घर की पाइपलाइन भी जाम हो गई थी. स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि EOU के पहुंचने से पहले घर से धुआं निकलता देखा गया था.