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पटना में होगा ‘अम्बेडकर दलित-आदिवासी अधिकार संवाद’, जमुई से जुटेगा जनसमूह

जमुई : राजधानी पटना का वेटनरी कॉलेज मैदान आगामी 5 अक्टूबर 2025, रविवार को सुबह 11 बजे एक ऐतिहासिक आयोजन का गवाह बनेगा. यहां भव्य स्तर पर “अम्बेडकर दलित-आदिवासी अधिकार संवाद” का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें पूरे प्रदेश से दलित और आदिवासी समुदाय के लोगों के जुटने की संभावना जताई जा रही है.इस संवाद का मुख्य उद्देश्य वंचित तबकों, विशेषकर दलितों और आदिवासियों के अधिकारों को लेकर व्यापक चर्चा करना और सामाजिक न्याय का संदेश पूरे राज्य में पहुँचाना है. आयोजकों का कहना है कि यह केवल एक सभा नहीं होगी, बल्कि हाशिए पर खड़े समाज के लिए अपनी बात मजबूती से रखने का मंच साबित होगी.

इस आयोजन में सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र संख्या 240 के सामाजिक कार्यकर्ता एडवोकेट गोल्डन अंबेडकर प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं.उन्होंने जनता से अपील की है कि वे बड़ी संख्या में पटना पहुँचकर इस संवाद को सफल बनाएं. उन्होंने बताया कि, “यह कार्यक्रम दलित-आदिवासी समाज की आवाज को बुलंदी देने और आने वाले समय की राजनीतिक दिशा तय करने में मील का पत्थर साबित होगा।” योजना के तहत पूरे बिहार से कार्यकर्ताओं, युवाओं और महिलाओं को कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण दिया गया है.

वहीं आयोजन समिति ने कहा है कि संवाद में शिक्षा, रोजगार, भूमि अधिकार, सामाजिक सुरक्षा और राजनीतिक भागीदारी जैसे मुद्दों पर विस्तार से चर्चा होगी. साथ ही, विभिन्न वक्ता अपने अनुभव साझा करेंगे और आने वाले समय के लिए ठोस रणनीति तय की जाएगी.लोगों को आकर्षित करने के लिए कार्यक्रम का नारा भी जारी किया गया है, “अबकी बार, तेजस्वी सरकार”. साथ ही आयोजकों का मानना है कि यह संवाद समाज को नई दिशा देने का काम करेगा और बिहार में परिवर्तन की नई लहर पैदा करेगा.

बताते चले कि वेटनरी कॉलेज मैदान में होने वाला यह आयोजन केवल राजनीतिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सामाजिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है. बड़ी संख्या में लोगों के जुटने से यह आयोजन एक ऐतिहासिक जनसभा का रूप ले सकता है.आयोजकों ने लोगों से अपील की है कि वे अपने परिवार और समुदाय के साथ इस कार्यक्रम में शामिल हों और दलित-आदिवासी समाज के अधिकारों की लड़ाई को और मजबूत बनाएं.

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