मध्यप्रदेश सहकारिता समिति कर्मचारी महासंघ, भोपाल के निर्देशानुसार भिंड जिले के पैक्स (प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति) कर्मचारी सरकार के खिलाफ आंदोलन की तैयारी में हैं। वर्षों से लंबित मांगों और सरकार की वादाखिलाफी से नाराज कर्मचारियों ने अब मुख्यमंत्री निवास या विद्यांचल भवन, भोपाल का घेराव करने की चेतावनी दी है। यह विरोध प्रदर्शन 23 जुलाई को आयोजित किया जाएगा।
जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंह परमार द्वारा भेजे गए ज्ञापन में स्पष्ट चेतावनी दी गई है कि यदि सरकार ने जल्द से जल्द उनकी मांगों का समाधान नहीं किया, तो जिलेभर के सभी पैक्स कर्मचारी सड़कों पर उतरेंगे। इस विरोध में चक्का जाम, धरना और घेराव की रणनीति बनाई गई है।
ये हैं कर्मचारियों की प्रमुख मांगें
1. वेतनवृद्धि का भुगतान – सरकार द्वारा घोषित वेतनवृद्धि आज तक कर्मचारियों को नहीं मिली है।
2. सेवा शर्तों में बदलाव – पहले सहायक पद के लिए पांच वर्ष की सेवा आवश्यक थी, जिसे बढ़ाकर 10 वर्ष कर दिया गया है। कर्मचारी संघ चाहता है कि इसे पुनः पांच वर्ष किया जाए।
3. विक्रेताओं का भुगतान – विक्रेताओं को प्रति माह तीन बार भुगतान करने की घोषणा के बावजूद शासन ने राशि का भुगतान अब तक नहीं किया है।
4. प्रबंधकीय अनुदान का दुरुपयोग – कर्मचारियों के वेतन हेतु शासन द्वारा दिए गए ₹3.24 लाख अनुदान को शाखा प्रबंधक द्वारा अन्य मदों में खर्च कर दिया गया, जिससे कर्मचारियों का वेतन रुका हुआ है।
महासंघ के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि 23 जुलाई तक कोई समाधान नहीं निकलता, तो भोपाल में मुख्यमंत्री निवास या विद्यांचल भवन का घेराव किया जाएगा। यह प्रदर्शन पूर्णतः शांतिपूर्ण होगा, लेकिन अगर प्रशासनिक लापरवाही से अव्यवस्था उत्पन्न होती है, तो उसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
ज्ञापन के दौरान मौजूद प्रमुख पदाधिकारी
शैलेष (मप्र सह सचिव), प्रदीप परमार (जिलाध्यक्ष), देवेंद्र भदौरिया (उपाध्यक्ष), समरथ भदौरिया (महामंत्री), नेतराम यादव, वीरेंद्र यादव, रामभरोसे गुर्जर, अजय राजावत, शैलेंद्र अष्ठाना (जिला मीडिया प्रभारी) सहित अन्य कर्मचारी भी शामिल रहे।