मध्य प्रदेश : श्योपुर जिले ने केंद्र और राज्य दोनों को मंत्री दिए हैं. फिर भी जिले की सड़के बेहद जर्जर है. बारिश के मौसम में तो हालात बद से बदतर हो जाते हैं. आलम ये है कि लोग खराब सड़कों और अन्य समस्याओं को लेकर आंदोलन के लिए मजबूर हैं. ताजा मामला श्योपुर जिले के मातासूला नागदा नगदी समेत 10 गांव का है. जहां सड़क की बदहाली को लेकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा.
ग्रामीणों ने सड़क की बदहाली को लेकर सड़क जाम कर दी और युवाओं ने सड़क की दुर्दशा को लेकर जोरदार नारेबाजी की और स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर उपेक्षा के आरोप लगाकर श्योपुर पाली चिरगांव स्टेट हाइवे जाम कर दिया. यह जाम करीब 2 घंटे तक लगा रहा सड़क के दोनों और वाहनों की लंबी लंबी कतारें लग गई और वाहन चालकों से लेकर पैदल चलने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा.
जान जोखिम में डालकर रेलवे के पुल से होकर गुजरे लोग
सलापुरा नहर पुल पर लगे जाम में फंसे कई दुपहिया वाहनों पर सवार लोग जाने की जल्दबाजी में अपनी जान जोखिम में डालकर पंचल नहर पर बने नैरोगेज ट्रेन के पुल से होकर गुजरने से भी नहीं चूके.दरअसल सलपुरा के नजदीक बने रेलवे के पुल से फिलहाल ट्रेन का संचालन बंद बना हुआ है लेकिन दुपहिया वाहनों का इस पुल से गुजरना किसी खतरे से खाली नहीं है। मगर जाम के कारण कई बाइक सवर लोग अपनी जान को जोखिम में डालकर अपनी बाइकों को इस पुल से होकर निकाल ले गए.
कोतवाली थाना प्रभारी सतीश चौहान ने बताया कि श्योपुर सलापुरा नहर पर जाम लगाकर प्रदर्शन करने के मामले में कांग्रेस नेताओं पर एफआईआर दर्ज कर ली है. पाली हाईवे को अनाधिकृत रूप से 2 घंटे तक चक्काजाम के मामले में युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामभरत मीणा, मांगीलाल फौजी, जसवंत मीणा, रामबरन मीणा, नवल मीणा, रामविलास मीणा, गोविंद मीणा सहित 8-10 अन्य लोगों पर कोतवाली थाने में मामला दर्ज.