आरजेडी और परिवार से निष्कासित तेजप्रताप यादव ने बड़ा बयान दिया है. TV9 भारतवर्ष से खास बातचीत में तेजप्रताप ने कहा, मैं अपने क्षेत्र हसनपुर से 11 जुलाई से अपना अभियान शुरू करने जा रहा हूं. जनता मालिक है. वही तय करेगी कि मैं चुनाव लड़ूंगा या नहीं और कहां से चुनाव लड़ूंगा. मुझे लोग बहुत परेशान कर रहे हैं लेकिन यही समय मेरे लिए मौका है. तेजप्रताप ने अपने भाई तेजस्वी को लेकर भी प्रतिक्रिया और बिना किसी का नाम लिए बड़ी चेतावनी भी दी.
लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप ने कहा, तेजस्वी मुख्यमंत्री बनें, यही मेरा आशीर्वाद है. आज भी कृष्ण अपने अर्जुन के साथ है. मैं ‘तेजस्वी सरकार’ बनाने में लगा हूं. मैं गीता के उपदेश के अनुसार बिना फल की चिंता किए सिर्फ कर्म कर रहा हूं. मैं 99 गलती माफ करूंगा. इसके बाद मेरा चक्र चलेगा. मैं किसी से डरता नहीं हूं.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
उधर, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बड़ी जानकारी साझा की है. उनकी ओर से बताया गया है किउनकी पत्नी अब बिहार की वोटर बन गई हैं लेकिन उनके पास जन्मस्थान से संबंधित कोई कागजात नहीं है. शुक्रवार को तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन के सभी नेता चुनाव आयोग से मिलकर अपनी आपत्ति दर्ज कराने पहुंचे थे.
बिहार चुनाव आयोग के अधिकारी तो डाकिया हैं: तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग से मिलकर आधार कार्ड और मनरेगा जॉब कार्ड को वैलिड डॉक्यूमेंट मानने की मांग की है. तेजस्वी ने कहा कि बिहार के चुनाव आयोग के अधिकारी तो डाकिया हैं. असली अधिकारी जो दिल्ली में बैठे हैं और वो किसी और ही जगह से संचालित होते हैं.
लोकसभा चुनाव कराया तब क्या आयोग अंधा था?
तेजस्वी यादव मतदाता पुनरीक्षण कार्य को लेकर लगातार चुनाव आयोग पर हमलावर हैं. इससे पहले उन्होंने कहा था किबिहार के गरीब क्यों सिद्ध करें कि वो वोटर हैं या नहीं? 2024 में जब लोकसभा चुनाव कराया तब क्या आयोग अंधा था? अगर चुनाव आयोग द्वारा थोपी जा रही औपचारिकता किसी कारणवश कोई पूरी नहीं कर पाएगा तो क्या मोदी सरकार उसकी नागरिकता रद्द कर उसे देश से भगा देगी?