दिल्ली में ओल्ड राजेंद्र नगर में हुए बेसमेंट हादसे के बाद कोचिंग संस्थानों का विरोध किया जा रहा है. सड़कों से लेकर सोशल मीडिया पर बेसमेंट हादसे को लेकर प्रदर्शन हो रहा है और कोचिंग संस्थानों की ओर से दी जाने वाली सुविधाओं पर सवाल उठाए जा रहे हैं. वहीं, सोशल मीडिया पर भी ट्वीट्स की बाढ़ है और प्रतियोगी परीक्षाओं के कैंडिडेट्स की समस्याओं पर चर्चा हो रही है. इसी बीच, कई यूजर्स अपने ट्वीट्स में ORN का भी इस्तेमाल कर रहे हैं. #ORN के साथ भी कई ट्वीट भी किए जा रहे हैं, ऐसे में जानते हैं कि आखिर ORN का क्या मतलब है और यूजर्स किसके लिए ORN का इस्तेमाल कर रहे हैं.
क्या है ORN का मतलब?
दरअसल, ORN की फुलफॉर्म ओल्ड राजेंद्र नगर (Old Rajinder Nagar) है. अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स ओल्ड राजेंद्र नगर के लिए ORN का इस्तेमाल करते हैं. ओल्ड राजेंद्र नगर दिल्ली का वो इलाका है, जहां वो कोचिंग सेंटर था, जिसके बेसमेंट में पानी भरने से हादसा हुआ था. अब ओल्ड राजेंद्र नगर में काफी प्रदर्शन हो रहे हैं और ओल्ड राजेंद्र नगर की परेशानियों को सोशल मीडिया पर गिनाया जा रहा है.
बता दें कि ओल्ड राजेंद्र नगर UPSC सिविल सर्विसेज परीक्षा की तैयारी का हब माना जाता है और सिर्फ दिल्ली से नहीं, बल्कि पूरे देश से लोग यहां तैयारी करने आते हैं. ओल्ड राजेंद्र नगर में कई कोचिंग संस्थान हैं, जो यूपीएससी परीक्षाओं की कोचिंग करवाते हैं. यहां बड़ी संख्या में स्टूडेंट रहते हैं और इन कोचिंग संस्थान में पढ़ाई करते हैं. ओल्ड राजेंद्र नगर भारत में कोचिंग हब के लिए फेमस है. इसके साथ ही इस जगह को लेकर ये भी चर्चा की जाती है कि यहां कैंडिडेट्स एक छोटे से कमरे में रहते हैं और पढ़ाई करते हैं.
बेसमेंट में पानी भरने की घटना के बाद अब उम्मीदवारों की दिक्कत भी सामने आ रही हैं. सोशल मीडिया पर लोग कोचिंग सेंटर की फीस के साथ ओल्ड राजेंद्र नगर में रहने वाले कैंडिडेट्स की कहानी भी बता रहे हैं. साथ ही सोशल मीडिया पर बताया जा रहा है कि किस तरह वहां किराया वसूला जा रहा है और कैसे किराया बढ़ा दिया जाता है और यहां स्टूडेंट्स को किन मुश्किलों को सामना करना पड़ता है.
All Eyes On ORN
WE Need Justice !!#UPSCaspirants #upsccoaching #ORN#RajenderNagar pic.twitter.com/7dLkukIUdj— tweetsforupsc (@factsforupsc) July 28, 2024
इस बेसमेंट हादसे के बाद अब ओल्ड राजेंद्र नगर के कई कोचिंग सेंटर्स पर कार्रवाई की गई है, जहां बेसमेंट का गलत इस्तेमाल किया जा रहा था. अब तक दिल्ली के अलग-अलग जगहों पर बेसमेंट में चल रहे 13 कोचिंग सेंटरों को सील कर दिया गया है. दरअसल, यहां बेसमेंट में लाइब्रेरी आम है और अब उन पर कार्रवाई की जा रही है.
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में राऊ आईएएस कोचिंग सेंटर में शनिवार शाम बेसमेंट हादसे में 3 यूपीएससी एसपिरेंट्स की मौत हो गई थी. मृतकों में उत्तर प्रदेश की श्रेया यादव, तेलंगाना की तान्या सोनी और केरल के नवीन दलविन शामिल हैं. बताया जा रहा है कि 30 से ज्यादा स्टूडेंट्स कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में स्थित लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रहे थे, जब नाले का पानी अचानक बेसमेंट में भर गया, और स्टूडेंट्स इसकी चपेट में आ गए. गृह मंत्रालय ने हादसे की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया है.