कम किराये के जाल में फंसे बेंगलुरु में लोग, लीज के नाम पर कंपनी ने ठगे 60 करोड़; जानें कैसे हुआ ये फ्रॉड

बेंगलुरु में पैसों की ठगी का एक नया तरीका सामने आया है जहां पर एक शख्स ने प्रॉपर्टी डीलिंग के नाम मकान मालिकों के साथ-साथ किरायेदारों को भी चूना लगाया है. ठगी भी लाख-दो लाख की नहीं बल्कि करीब 60 करोड़ रुपये की हुई है. पुलिस ने पूरे मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और आरोपी की तलाश शुरू कर दी है. चलिए जानते हैं आखिर एक प्रॉपर्टी डीलर ने कैसे इतनी बड़ी ठगी को अंजाम दिया है…

दरअसल बेंगलुरु में लोग किराये पर घर लेने के लिए काफी परेशान होते हैं. बाहर से आए हुए लोगों को यहां पर महंगे दामों पर किराए से घर मिलते हैं. लोग सस्ते घर के लालच में कई बार फंस जाते हैं और औने-पौने रेट पर डील कर लेते हैं. बस इसी बात का फायदा यहां पर केटीना होम्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी ने उठाया. इस कंपनी को चलाना वाला शख्स विवेक केशवन कई लोगों से पैशे वसूलने के बाद गायब हो गया है.

केटीना होम्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी को चलाने वाला शख्स विवेक केशवन ने मकान मालिकों से बात की और कहा कि वह उन्हें ज्यादा किराया दिलाएगा और उनसे घर लीज पर ले लिया और हर महीने किराया देने की बात कही. वहीं दूसरी तरफ उसने किरायेदारों से कहा कि उन्हें वह सस्ते दामों में घर दिला देगा लेकिन उन्हें पैसा इकट्ठा देना पड़ेगा. कम किराये के लालच में कई लोगों ने उसे इकट्ठा पैसा दे दिया.

रातों-रात कंपनी खाली

किरायेदारों ने आरोप लगाया है कि उन्होंने घर लीज पर लिया था और इकट्ठा पैसा दिया था. अब मकान मालिक उन्हें घर खाली करने को मजबूर कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ मकान मालिकों का कहना है कि उन्हें कंपनी की ओर से किराया दिया जाता था. कुछ महीनों तक तो कियारा आया लेकिन अब किराया आना बंद हो गया है. करीब 6 महीने हो चुके हैं, मकान मालिकों को किराया नहीं मिला है. वहीं किरायेदार अब बेघर होने के मजबूर हैं.

बेंगलुरु में परप्पना अग्रहारा, हेब्बागोडी और इलेक्ट्रॉनिक सिटी पुलिस थानों में आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. वेबसाइट पर लोगों को किराये के मकान दिलाने और उन्ही को लीज पर देने के इस मामले में पुलिस को संदेह है कि करीब 60 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई है.

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