दिल्ली के विभिन्न इलाकों जैसे जहांगीरपुरी, समयपुर बादली, स्वरूप नगर और भलस्वा डेयरी में मिलावटी कुटू का आटा खाने से कई लोग बीमार हो गए हैं। इस घटना के बाद दिल्ली सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत एक जांच टीम का गठन किया है। टीम में स्वास्थ्य विभाग और खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के प्रतिनिधि शामिल हैं, जो प्रभावित इलाकों में जाकर जांच और आवश्यक कार्रवाई करेंगे।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि बीमार हुए लोगों में उल्टी, पेट दर्द और दस्त जैसी शिकायतें सामने आई हैं। इन लक्षणों के आधार पर यह संदेह जताया जा रहा है कि आटे में किसी प्रकार का मिलावट या हानिकारक पदार्थ मौजूद था। प्रभावित इलाकों में अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती देख, स्वास्थ्य विभाग ने प्राथमिक उपचार और इलाज के लिए विशेष व्यवस्था की है।
जांच टीम ने तुरंत प्रभावित क्षेत्रों से कुटू के आटे के नमूने लेकर परीक्षण के लिए लैब भेज दिए हैं। सरकार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि भविष्य में इस प्रकार की मिलावट से लोगों की सेहत पर खतरा न हो। अधिकारियों ने स्थानीय दुकानदारों और नागरिकों से अपील की है कि वे संदिग्ध आटे का उपयोग न करें और किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत अधिकारियों को दें।
खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने यह भी कहा कि यदि जांच में पुष्टि होती है कि आटे में मिलावट की गई थी, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही प्रभावित इलाकों में नियमित जांच और निगरानी बढ़ाई जाएगी।
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि मिलावटी खाद्य पदार्थों पर शून्य सहिष्णुता नीति अपनाई जाएगी और लोगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। नागरिकों को सावधान रहने और केवल प्रमाणित और सुरक्षित स्रोत से ही कुटू और अन्य खाद्य सामग्री खरीदने की सलाह दी गई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस घटना ने मिलावटी खाद्य पदार्थों के खतरे को फिर से उजागर किया है और इसके प्रभावी नियंत्रण के लिए लोगों और अधिकारियों दोनों की जिम्मेदारी बढ़ा दी है।