UP News: बहराइच के महाराजगंज इलाके में लोक निर्माण विभाग (PWD) के नोटिस से दहशत है. मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद के घर से लेकर मस्जिद की 4 दुकानों समेत 23 घरों पर नोटिस चस्पा किए गए हैं. इलाके के लोगों का आरोप है कि प्रशासन के नोटिस में भेदभाव किया गया है.
स्थानीय नागरिक मसूद अहमद कहते हैं कि अब्दुल हमीद ने गुनाह किया तो उसका घर गिराया जाए. उसके बगल में तमाम हिंदू भाइयों के भी मकान बने हैं, उन पर नोटिस नहीं चला पाए. इलाके के 23 घरों के नोटिस में सिर्फ तीन हिंदू भाइयों के मकान हैं. बाकी 20 मुसलमानों के मकानों पर नोटिस चस्पा हैं.
महाराजगंज इलाके में हिंदुओं के जिन तीन मकानों पर नोटिस चस्पा किया गया है, उसमें तीनों सगे भाई रहते हैं. रामप्रसाद के तीनों बेटों ननकऊ, पप्पू और मून जायसवाल के घरों पर भी नोटिस लगाया गया है.
मून ने बताया, उनको प्रशासन ने कभी कोई नोटिस नहीं दिया. अचानक 3 दिन में मकान गिराने का नोटिस देकर चले गए. मून की पत्नी जिस घर में बहू बनकर आई थीं, अब वो घर रातो-रात फसाद के बाद अवैध हो गया. वो आंसू रोक नहीं पा रहीं. कहने लगीं कि ”समझ नहीं आ रहा अब क्या करें? सियानी बेटियों को लेकर कहां जाएं.”
बता दें कि बहराइच के महाराजगंज इलाके में पीडब्ल्यूडी ने जिन घरों में नोटिस लगाया उसमें 17 अक्टूबर 2024 की तारीख लिखी है. यानी नोटिस जारी किया गया 17 अक्टूबर यानी गुरुवार के दिन. इसमें एक बहुत महत्वपूर्ण तथ्य सामने आया है. 17 अक्टूबर की तारीख नोटिस है लेकिन स्थानीय लोगों की मानें तो नोटिस लगाया 18 अक्टूबर की शाम को है. यानी पूरे 24 घंटे बाद पता चला कि घर-दुकान अतिक्रमण में है और तीन दिन में उसे खाली कर दें, नहीं तो बुलडोजर चलेगा.
दुकानें और घर खाली किए जा रहे
बहराइच के महाराजगंज में पीडब्ल्यूडी की तरफ से दिए गए नोटिस के बाद लोगों ने अपने घरों के सामान को निकलना शुरू कर दिया है. इलाके की मस्जिद कमेटी की बनाई गई चार दुकानों को भी नोटिस दिया गया है.
दुकानें खाली करने के साथ-साथ अब दुकानदारों ने दुकान के टीन शेड और दुकानें उखाड़नी शुरू कर दी हैं. दुकानदारों का कहना है, ”बुलडोजर के आने से अच्छा है कि हम पहले ही अवैध निर्माण खुद ही हटा लें.”
मस्जिद कमेटी से जुड़े संचालक का कहना है कि प्रशासन के नोटिस के बाद अब हम दुकान खाली कर रहे हैं. जहां तक निशान लगा है, वहां तक खुद ही निर्माण को तोड़ देंगे. वरना प्रशासन हमसे ही वसूली करेगा, तब क्या करेंगे.
26 और आरोपी गिरफ़्तार, अब तक कुल 87 पकड़े गए
उधर, बहराइच जिले की महाराजगंज सांप्रदायिक हिंसा मामले में पुलिस ने शुक्रवार तक 26 और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इन गिरफ्तारियों को मिलाकर अब तक दोनों समुदायों के कुल 87 लोग गिरफ्तार हुए हैं. इससे पहले गुरुवार रात तक पुलिस ने राम गोपाल मिश्र हत्याकांड के 6 आरोपियों सहित कुल 61 लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें पुलिस मुठभेड़ में घायल हुए सरफराज और तालिम भी शामिल हैं.
वहीं, जिले के सभी बाजारों में शाम को चहल पहल और आवागमन शुरू हो गया है. बहराइच शहर में कुछ धार्मिक जुलूस भी निकले हैं, जिससे अमन चैन कायम होने की पुष्टि होती दिख रही है.
हलांकि तनाव का सबब बने महाराजगंज बाजार में अब भी रौनक वापस नहीं लौटी है. यहां मकानों पर ध्वस्तीकरण नोटिस चस्पा होने से बुलडोजर कार्यवाही की आशंका में लोग सहमे हुए हैं.
गौरतलब है कि 13 अक्टूबर को मां दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन जुलूस में डीजे पर गाना बजाने को लेकर महाराजगंज कस्बे में हुए विवाद के बाद फैली हिंसा में 22 वर्षीय युवक रामगोपाल मिश्र की गोली लगने से मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हुए. इसके बाद बेकाबू भीड़ ने सोमवार तक खूब उत्पात मचाया, घर, दुकानें अस्पताल, बाइकें व कारें फूकीं गईं.
पुलिस के अनुसार, 13 अक्टूबर से 16 अक्टूबर तक 6 नामजद सहित करीब 1000 अज्ञात लोगों के खिलाफ कुल 11 मुकदमे दर्ज हुए थे. इन्हीं मुकदमों व शांति भंग की आशंका में उक्त गिरफ्तारियां हुई हैं.