फलों का राजा आम इन दिनों एशिया की सबसे बड़ी आजादपुर मंडी में छाया हुआ है. यहां करीब 125 ट्रक आम अलग-अलग राज्यों से लाया जा रहा है और रोज की खपत करीब 18 से 20 लाख किलो की है. एक ट्रक में करीब 15 से 16 टन आम होता है जो कर्नाटक के अनंतपुर और गुजरात राज्य से आम आजादपुर मंडी आ रहा है. इसके बाद यूपी और बिहार राज्य से भी आम का आना शुरू गया है.
बता दें, दिल्ली में यूपी से दशहरी और बिहार से चौसा और लंगड़ा आम जून की शुरुआत में आना शुरू हो जाएगा. आजादपुर मंडी के व्यापारी नफीस अहमद, और शकील अंसारी ने बताया की मंडी में रोज करीब 120 से 125 ट्रक माल अलग-अलग राज्यों से आता है. एक ट्रक में तकरीबन 15 से 16 टन माल आता है. इसके बाद यहीं से देश के अलग-अलग हिस्सों में आम की सप्लाई की जाती है. दिल्ली- एनसीआर में करीब 50% आम की खपत होती है.
इन दोनों आजादपुर मंडी में सबसे ज्यादा सफेदा आम की डिमांड है. केसर, तोतापरी, अल्फांसो जैसे आम भी बड़ी संख्या में आजादपुर मंडी में आ रहे हैं. उत्तर प्रदेश से दशहरी फिर बिहार से चौसा और लंगड़ा आम आना शुरू हो जाएगा.
आजादपुर मंडी के ही एक व्यापारी प्रकाश चंद्रपाल ने बताया कि भारत में सबसे ज्यादा आम की पैदावार उत्तर प्रदेश में होती है. अभी दशहरी आम के आने का सिलसिला शुरू नहीं हुआ है. इन दिनों मंडी में आम 50 से 55 रुपये तक बिक रहा है और सबसे अच्छी क्वालिटी का आम 60 से 65 रुपये तक बिक जाता है. लोगों के घरों तक पहुंचते- पहुंचते यह आम 120 रुपये तक पहुंच जाता है. लोगों को दशहरी आम आने का इंतजार है.