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पाकिस्तान के लोग अब घर में पाल सकेंगे शेर-चीता, सरकार को देनी होगी बस इतनी फीस

पाकिस्तान से आए दिन पालतू शेर-चीतों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं. वहां के लोग घरों में इन खूंखार जंगली जानवरों को अवैध रूप से रखते हैं. लेकिन अब पंजाब प्रांत की सरकार ने जंगली जानवर पालने को कानूनी मान्यता दे दी है. कैबिनेट ने वन जीवन कानून में बदलाव करते हुए बिडाल वंश के पांच बड़े जानवरों को घर में पालना अब कानूनी तौर पर मान्य कर दिया है, इनमें शेर, चीता, बाघ, जैगुआर और प्यूमा शामिल है.

कितनी फीस चुकानी होगी

‘डॉन’ के मुताबिक पंजाब सरकार में मंत्री मरियम औरंगजेब ने बुधवार को कहा कि पिछले 70 साल से इन जानवरों को पालने को लेकर कोई कानून नहीं था, जिसके कारण उन्हें अवैध रूप से घरों में रखा जाता था. अब इन जानवरों को TikTok या अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दिखाने पर सख्त पाबंदी लगाई गई है. इसका उल्लंघन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

वन्यजीव विभाग अब इन जानवरों को पालने का लाइसेंस देगा, जिसके लिए प्रति जानवर के हिसाब से 50 हजार रुपये चुकाने होंगे. ऐसे जानवरों को घर में रखने के कुछ नियम भी तय किए गए हैं. मसलन, इन्हें शहर की सीमा से बाहर रखा जाना चाहिए. जो जानवर फिलहाल रिहायशी इलाके में हैं, ऐसे मालिकों को इन जानवरों को ट्रांसफर करने के लिए समय दिया जाएगा और इसका पालन न करने पर कानूनी कार्रवाई और FIR दर्ज की जाएगी.

नियमों को पालन भी जरूरी

नए कानून के तहत प्रमुख स्थानों पर चेकपॉइंट बनाए जाएंगे और रात को इन जानवरों को घुमाना पूरी तरह से बैन रहेगा. इसके अलावा जंगलों की सुरक्षा को लेकर भी नए नियम बनाए गए हैं, जिसमें जंगल की सीमा से 5 मील की दूरी तक कोई कोयला भट्टा या आरामिल लगाना गैर कानूनी होगा.

शेर पालने के मामले में पाकिस्तान अव्वल माना जाता है. यहां सियासी लोगों से लेकर बड़ी हस्तियां आए दिन शेरों के साथ अपनी फोटो पोस्ट करते रहते हैं. साल 2009 में नवाज शरीफ के भांजे सलमान शाहबाज ने सरकार से इजाजत मांगी थी कि वो कनाडा से साइबेरियाई शेर मंगवाकर अपने बंगले पर रखना चाहते हैं. लेकिन लाइसेंस जारी करने की बात मीडिया में आ गई और फिर पाकिस्तान में बवाल मच गया था.

शेर-चीता पालने का फैशन

दुबई और यूएई जैसे देशों में शेर पालना अमीरी की निशानी मानी जाती है. आए दिए सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो आते हैं जिनमें लोग जंजीर में बंधे खूंखार जानवरों का प्रदर्शन करते दिखते हैं. हालांकि सरकार ने ऐसे जानवरों को घर में पालने को लेकर पाबंदी लगा रखी है और कई बार भारी-भरकम जुर्मान भी लगाया गया है. लेकिन फिर भी शौक और फैशन के नाम पर जानवरों को घरों में पाला जाता है.

मुस्लिम देशों के अलावा अमेरिका जैसे देश में भी शेर और चीता जैसे जंगली जानवरों को पालने का ट्रेंड है. एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के 12 राज्यों में करीब 5 हजार चीते घरों में पाले जाते हैं. वहां के जंगलों में बाघों की संख्या घरों में पाले जाने वाले चीतों से कम है. वहीं भारत में इसके खिलाफ सख्त कानून है और शेर-बाघ जैसे जानवरों को घर में पालना अपराध है.

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